Career Guide for MA Students: मास्टर ऑफ आर्ट्स यानि एमए लगभग हर क्षेत्र के अभ्यर्थियों द्वारा चुना जा सकने वाला सबसे कॉमन डिग्री कोर्स है। यही कारण है, कि प्रतिवर्ष लाखों अभ्यर्थी अपनी रुचि के अनुरूप विषय चुनकर एमए करते हैं। अभ्यर्थी एमए कर तो लेते हैं, लेकिन अक्सर उन्हें ये पता नहीं होता, कि एमए करने के बाद वे किन-किन क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं। यदि आपने भी एमए किया है या आप एमए में प्रवेश लेने वाले हैं, तो यह लेख अवश्य आपके लिए लाभप्रद साबित होगा।
एमए के बाद अभ्यर्थी चुन सकते हैं इनमें से कोई एक ऑप्शन
मास्टर ऑफ आर्ट्स यानि एमए एक स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है। आर्ट्स फील्ड के अभ्यर्थियों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के अभ्यर्थी भी एमए कोर्स को चुनते हैं। एमए के बाद अभ्यर्थी पीएचडी, नेट तथा व्याख्याता आदि ऑप्शन को चुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी किन-किन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं, इसका विवरण जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।
एमए के बाद अभ्यर्थी निम्न करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं-
[A] NET (Ph.D./JRF)
एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट यानि नेट परीक्षा दे सकते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से स्नातकोत्तर के पश्चात डॉक्टर ऑफ फ़िलॉसफ़ि (Ph.D.) तथा जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) के लिए अभ्यर्थियों की पात्रता तय की जाती है। पीएचडी/जेआरएफ़ के जरिये अभ्यर्थी अपने चुने गए विषय में रिसर्च कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पीएचडी उत्तीर्ण अभ्यर्थी महा-विद्यालयों के शिक्षक पद (प्रवक्ता/व्याख्याता) के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रहे, कि अभ्यर्थी केवल उसी विषय से पीएचडी/जेआरएफ़ कर सकते हैं, जो उन्होंनें स्नातकोत्तर के समय चुना था।
[B] M.Phil
मास्टर ऑफ फ़िलॉसफ़ि यानि एम फिल एक सबसे उन्नत स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स माना जाता है। एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी एम फिल में प्रवेश ले सकते हैं। ध्यान रहे, कि अभ्यर्थी केवल एमए में चुने गए विषय से ही एम फिल कर सकते हैं, उन्हें कोई अन्य विषय चुनने की अनुमति नहीं होगी। एम फिल में प्रवेश लेने के लिए आवश्यक है, कि अभ्यर्थी नें एमए यानि स्नातकोत्तर में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त किए हों।
[C] Become a PGT Teacher
यदि अभ्यर्थी एमए के बाद आगे और नहीं पढ़ना चाहते, तो वे इस करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं। एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों के वर्ग 2 तथा वर्ग 1 शिक्षक पदों (कक्षा 9वीं से 12वीं तक) पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन नियुक्तियों के लिए अभ्यर्थी के पास स्नातकोत्तर डिग्री के साथ-साथ एलीमेंटरी एजुकेशन से संबन्धित कोई डिप्लोमा/डिग्री तथा टीईटी परीक्षा का प्रमाण पत्र होना भी आवश्यक है।
[D] Ad Hoc Lecturer/ Guest Teacher
एड-हॉक लेक्चरर या अतिथि शिक्षक किसी शिक्षण संस्थान में में कुछ समय के लिए कांट्रैक्ट बेसिस पर नियुक्त किए जाते हैं। ऐसे अभ्यर्थी जो एमए के बाद कुछ समय पढ़ाई से ब्रेक लेना चाहते हैं, ये ऑप्शन उनके लिए सबसे उचित ऑप्शन रहेगा। इस ऑप्शन के माध्यम से अभ्यर्थी एक छोटी समयावधि के लिए कार्य कर सकते हैं, जिससे उन्हें इनकम का सोर्स भी मिल जाए एवं भविष्य के लिए विचार करने का समय भी मिल जाए। इस ऑप्शन को चुनने का एक लाभ ये भी है, कि पीएचडी करने के इच्छुक अभ्यर्थी इसके जरिये जॉब करने के साथ ही साथ अपनी पीएचडी भी पूर्ण कर सकते हैं।
[E] Govt. Jobs
चूंकि एमए एक स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स है, जाहिर सी बात है, कि अभ्यर्थी सभी स्नातक स्तरीय नियुक्तियों के लिए भी पात्र होंगे। यदि अभ्यर्थी एमए के बाद शासकीय सेवक बनने की अभिलाषा रखते हैं, तो वे स्नातक स्तर तक की सभी शासकीय नियुक्ति परीक्षाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी नीचे उल्लेखित परीक्षाओं के लिए अपना आवेदन कर सकते हैं-
- UPSC
- SSC CGL
- IBPS (Clerk/PO)
- SBI (Clerk/PO)
- RRB (NTPC)
- State PCS
- All 10th and 12th Based Recruitments
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