CTET Exam Jean Piaget Theory based on MCQ: सीबीएसई द्वारा देश के अलग-अलग राज्यों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों में ऑनलाइन माध्यम से सीटेट परीक्षा का आयोजन 28 और 29 दिसंबर को सफलतापूर्वक किया गया कुछ ही दिनों बाद दूसरे चरण की परीक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी जिसमें शामिल होने वाले अभ्यर्थी अपनी तैयारियों में व्यस्त हैं ऐसे में यदि आपका एग्जाम भी आने वाली Shift में होने वाला है तो यहां हम प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत से जुड़े ऐसे प्रश्न लाए हैं जो सीटेट की प्रत्येक शिफ्ट में पूछे जा रहे हैं, इसलिए एग्जाम हॉल में जाने से पहले इन महत्वपूर्ण सवालों को एक बार जरूर पढ़ लेवे.
जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास से जुड़े ऐसे सवाल, जो सभी Shift में पूछे जा रहे हैं एक बार जरुर पढ़े—CTET exam analysis based Jean piaget theory based on MCQ
1. पियाजे के अनुसार, विकास के किस काल में बालक वस्तुओं के लिए प्रतीकों का इस्तेमाल करने लगते हैं और तार्किक मानसिक समझ उभरने लगतीह है?
(a) पूर्व-संक्रियात्मक काल
(b) मूर्त संक्रियात्मक काल
(c) उत्तर संक्रियात्मक काल
(d) औपचारिक संक्रियात्मक काल
Ans- a
2. अपने लंबे मगर कम चौड़े गिलास में नींबू पानी के स्तर की ओर इशारा करत हुए सारा अपनी बहन को चिढ़ाती है कि उनके पिताजी ने उसे ज्यादा नींबू पानी दिया है। उसकी बहन किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं देती है, क्योंकि उसने अपने पिता को उसके गिलास से सारा के गिलास में नींबू पानी डालते हुए देखा है और वह जानती है कि दोनों गिलासों में नींबू पानी की मात्रा एक समान है। इस संदर्भ में सारा क्या प्रदर्शित करती है?
(a) केन्द्रीकरण
(b) जीववाद
(c) क्रमबद्धता
(d) वर्ग समावेशन
Ans- a
3. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, मूर्त-संक्रियात्मक चरण में बालक निम्न में से क्या कर पाने के योग्य होता है?
(a) प्रतिवर्तन
(b) परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तार्किक चिंतन
(c) अमूर्त चिंतन
(d) प्रतिज्ञाप्ति चिंतन
Ans- a
4. रूचि को तीन पेंसिलें दिखाई जाती हैं, वह देखती है कि पेंसिल ‘क’, पेंसिल ‘ख’ से बड़ी है और पेंसिल ‘ख’, पेंसिल ‘ग’ से बड़ी है। जब रूचि यह निष्कर्ष निकालती है कि ‘क’, ‘ग’ से बड़ी है, तो वह जीन पियाजे के किस संज्ञात्मक विकास विकास की विशेषता को दर्शाती है?
(a) क्रमबद्धता
(b) संरक्षण
(c) सकर्मक अनुमान
(d) परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तर्क
Ans- c
5. राघव एक झाडू पर इस तरह से चढ़ने का अभिनय करता है। मानो वह किसी घोड़े पर सवारी कर रहा हो। उसकी यह क्षमता कहलाती है?
(a) सांकेतिक प्रस्तुतीकरण
(b) आत्मकेन्द्रियवाद
(c) संरक्षण
(d) क्रमबद्धता
Ans- a
6. जीन के अनुसार बच्चे द्वारा संरक्षण संबंधी समस्याओं का समाधान निकालने की योग्यता तार्किकता के किन आधारभूत पहलुओं पर निर्भर करती है?
(a) केंद्रीकरण एवं प्रतिवर्तीयता
(b) क्षतिपूर्ति एवं वर्गीकरण
(c) विकेन्द्रीकरण एवं प्रतिवर्तीयता
(d) सकर्मक अनुमान एवं क्रमबद्धता
Ans- c
7. मूर्त संक्रियात्मक अवस्था के बच्चों के लिए एक शिक्षिका को-
(a) अमूर्त संरचनाओं से सरोकार करने के लिए खूब अभ्यास करवाना चाहिए।
(b) वस्तुओं और विचारों को जटिल से वर्गीकृत करने के मौके मौहया कराने चाहिए।
(c) ऐसी समस्याएँ देनी चाहिए जो उच्च स्तरीय मूर्त सोच पर आधारित हों।
(d) ऐसी समस्याएँ देनी चाहिएं जो तर्कपूर्ण और वैज्ञानिक समझ की आवश्यकता हो ।
Ans- b
8. एक बच्चे ने यह मानसिक विचार बना लिया है कि वे सभी जीव जिनके पंख है और उड़ सकते हैं, वे पक्षी हैं। तत्पश्चात, उसने एक चित्र पुस्तिका में एक चमगादड़ देखा और उसे स्तनधारी कहने की बजाए पक्षी कहा। इस स्थिति में ज्ञान निर्माण की इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
(a) समावेशन
(b) समायोजन
(c) क्रमबद्धता
(d) संरक्षण
Ans- a
9. एक बच्चा सिर्फ मूर्त वस्तुओं के साथ ही समस्याओं का समाधान कर सकता है, उसकी समस्या समाधान की यह विशेषता किस स्तर क अंतर्गत आती है?
(a) संवेद गामक अवस्था
(b) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(c) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(d) औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
Ans- c
10. पियाजे के अनुसार एक शिक्षक का —————– और —————- होना बहुत जरूरी है।
(a) गतिशील; लचीला
(b) संरचित; अनम्य
(c) सहानुभूतिपूर्ण पारदर्शी
(d) यांत्रिक व्यवहारवादी
Ans- a
11. पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था में कौन-सी संज्ञानात्मक क्षमता आती है?
(a) अमूर्त सोच की क्षमता
(b) लक्ष्य – निर्देशित व्यवहार की क्षमता
(c) दूसरे का नजरिया लेने की क्षमता
(d) परिकल्पनात्मक निगमनात्मक सोच की क्षमता
Ans- b
12. किस स्तर पर बच्चों में अपने आस-पास की दुनिया के बारे में एक जीववादी दृष्टिकोण होता है और वे मानते हैं कि पेड़-पौधों और चलते हुए बादलों और लुढ़कते पत्थरों की मंशाएँ और इरादे हो सकते हैं?
(a) संवेदी चालक अवस्था
(b) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
(c) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
(d) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था
Ans- b
13. पियाजे द्वारा अधिगम को सुगम बनाने के लिए निम्नलिखित में से कौन-से कारक महत्त्वपूर्ण माने जाते हैं?
i. शिक्षक की गतिशीलता
ii. विविध सामग्रियों का प्रावधान
iii. मध्य स्तरीय नवीन अनुभव प्रदान करना
iv. सकारात्मक और नकारात्मक पुनर्बलन सुनिश्चित करना
(a) i, iv
(b) i, ii, iii
(c) ii, iii, iv
(d) i, ii, iii, iv
Ans- b
14. एक छोटी बालिका प्रतीकात्मक खेल कर पाती है पर अभी दूसरे व्यक्ति का दृष्टिकोण नहीं समझ पाती है और वह अपनी पकड़ से बाहर की घटनाओं की वजह से आसानी से परेशान हो जाती है। जीन पियाजे द्वारा सुझाए चरणों में से कौन-सा चरण, इस बालिका के वर्तमान स्तर को अंकित करता है।
(a) संवेदी – गामक
(b) पूर्व-संक्रियात्मक
(c) मूर्त संक्रियात्मक
(d) औपचारिक संक्रियात्मक
Ans- b
15. जीन पियाजे के अनुसार पूर्व-संक्रियात्मक चरण में बच्चे निम्न में से क्या कर पाते हैं?
(a) प्रतिलोमिक चिंतन
(b) प्रतीकात्मक खेल
(c) अनुक्रमिक वर्गीकरण
(d) संरक्षण
Ans- b
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ऊपर दिए गए इस आर्टिकल में हमने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में ‘जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत’ से पूछे जाने वाले (CTET Exam Jean Piaget Theory based on MCQ) महत्वपूर्ण सवालों का अध्ययन किया, सभी TET परीक्षाओ की नवीनतम जानकारी के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य जरूर बने Join Link नीचे दी गई है।
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