बालवाटिका से कक्षा 12वीं तक मूल्य आधारित शिक्षा देना सरकार की प्राथमिकता- केंद्र शिक्षा मंत्री ‘धर्मेंद्र प्रधान’ 

New Delhi: 15 सितंबर 2022 को केंद्र शिक्षा मंत्री ‘धर्मेंद्र प्रधान’ द्वारा कक्षा पहली से कक्षा पाँचवी तक के छात्रों के लिए रामकृष्ण मिशन के ‘जागृति’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था। कार्यक्रम में मंत्री ‘धर्मेंद्र प्रधान’ नें कहा कि बालवाटिका से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी छात्रों को मूल्य आधारित शिक्षा देना सरकार की प्राथमिकता है। इस हेतु उन्होंनें केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानि सीबीएसई से मूल्य आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए ढांचा तैयार करने की सिफ़ारिश भी की। 

आपको बता दें, शिक्षा मंत्री ‘धर्मेंद्र प्रधान’ नें ये भी कहा, कि भविष्य के लिए तैयार तथा सामाजिक रूप से जागरूक पीढ़ी का निर्माण करने के लिए मूल्य आधारित शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। मंत्री ‘प्रधान’ का मानना है, कि हमारी शिक्षा प्रणाली का हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप होना अत्यंत आवश्यक है, जिससे हम 21वीं सदी के ऐसे नागरिकों के निर्माण कर सकें, जो वैश्विक उत्तरदायित्वों का वहन करने में सक्षम हों। 

सीबीएसई करे मूल्य आधारित शिक्षा के लिए ढांचा तैयार 

बालवाटिका से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्रों में मूल्य आधारित शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए तथा विद्यालयों के पाठ्यक्रमों में मूल्य आधारित शिक्षा को जोड़ने के लिए मंत्री ‘प्रधान’ द्वारा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से सिफ़ारिश की गई, कि बोर्ड इस संबंध में एक ढांचा तैयार करे। उनका कहना है, कि विद्यालयीन छात्रों में मूल्य आधारित शिक्षा के शिक्षण के द्वारा ऐसी प्रतिभाएँ तैयार की जा सकती हैं, जो जीवन तथा भविष्य की चुनौतियों का डट-कर सामना करने के साथ-साथ वैश्विक कल्याण के लिए भी प्रतिबद्ध हो। 

स्वामी विवेकानंद से प्रेरित है राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 

मूल्य आधारित शिक्षा की चर्चा के अतिरिक्त केंद्र शिक्षा मंत्री ‘श्री धर्मेंद्र प्रधान जी’ नें ये भी भी कहा, कि छात्रों को शिक्षक के नेतृत्व सहित एक समग्र शिक्षा प्रणाली देना सरकार का कर्तव्य बनता है। इस संबंध में उन्होंनें बताया, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 यानि NEP 2020 भी भारत सरकार के द्वारा इसी दिशा की ओर अग्रसर उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए वे बताते हैं, कि NEP 2020 स्वामी विवेकानंद से प्रेरित होकर तैयार की गई है।

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