Essay on Holi In Sanskrit: इस आर्टिकल में हम संस्कृत भाषा में होली पर निबंध शेयर कर रहे हैं। होली हर साल फाल्गुन (मार्च) के महीने में महीने में विभिन्न प्रकार के रगों के साथ मनाई जाती है। सभी घरों में तरह तरह के पकवान बनाये जाते हैं। होली हिंदुओं के एक प्रमुख त्योहार के रूम में जाना जाता है। होली सिर्फ हिन्दुओं ही नहीं बल्कि सभी समुदाय के लोगों द्वारा उल्लास के साथ मनाया जाता है। होली का त्योहार लोग आपस में मिलकर, गले लगकर और एक दूसरे को रंग लगाकर मनाते हैं।
होली पर निबंध संस्कृत में (Essay on Holi In Sanskrit) |
1. होलिकोत्सव : अस्माकं देशे अनेका उत्सवा : भवन्ति ।
2. तेषु होलिकोत्सव : उत्शाहवधर्क : भवन्ति ।
3. होलिका वासनाप्रतिमूर्ति : हिरन्येशिपो : भगिनी आसीत् ।
4. अस्याम एवं रात्रौ तस्या : दाह भवन्ति ।
5. तस्य एवं प्रितये अस्लिलशब्यूतानि गितानी गियन्ते ।
6. छात्रकृश्ना – प्रतिपदाया एष : वत्संतोत्सव : भवति ।
7. अस्मिन दिवस गृहे – गृहे शुष्कंली – , पूप पैसादिभोजन पाच्यते ।
8. विविध्रागम्यनी जलांनि जनेषु निक्षप्यन्ते ।
9. क्रदमानी एपीआई केचन जना : क्षपन्ति ।
10. जना : सायनकाले भुविधम गीतं गायन्ते ।
11. जना : ” सायंकाले भुविधम गीतं गायन्ति जना : गृहं गायन्ति ।
12. जना : गृह , गृह गत्वा अविरालेपनं कुर्वन्ति स्वागतं च प्राप्नुवन्ति ।
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