Fake News Alert: आए दिन हमें इंटरनेट पर कई फर्जी सूचनाओं एवं योजनाओं के बारे में सुनने को मिलता है। ऐसे ही कुछ समय पहले एक वेबसाइट द्वारा ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय लैपटाप योजना 2022’ के अंतर्गत विद्यार्थियों को निःशुल्क लैपटाप देने का दावा किया जा रहा था। इस वेबसाइट का यह दावा था, कि विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री नें निःशुल्क लैपटाप के लिए राशि देने की घोषणा की है। हालांकि बता दें, प्रधानमंत्री द्वारा ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है एवं पीआईबी नें भी इस वेबसाइट के फर्जी होने की पुष्टि की है।
यहाँ जानें क्या है पूरा मामला
आपको बता दें, बीते कुछ समय से एक वेबसाइट pmssgovt.online द्वारा विद्यार्थियों को निःशुल्क लैपटाप प्रदान करने की बात कही जा रही थी। वेबसाइट पर यह सूचना दी जा रही थी, कि प्रधानमंत्री नें ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय लैपटाप योजना’ नामक एक योजना प्रारम्भ की है, जिसके तहत प्रधानमंत्री द्वारा कक्षा 11वीं से लेकर स्नातक तक के सभी पंजीकृत (जिन्होंनें योजना के लिए पंजीयन किया है) छात्रों को लैपटाप के लिए राशि प्रदान की जाएगी। वेबसाइट का यह दावा था, कि यह राशि निश्चित समय पर सिंगल क्लिक के माध्यम से सीधे छात्रों के बैंक खातों में डाली जाएगी। इस संबंध में छात्रों से इस योजना के लिए पंजीयन कराने की मांग भी की जा रही थी।
पीआईबी नें की वेबसाइट के फर्जी होने की पुष्टि
सरकार की नोडल एजन्सि प्रैस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानि पीआईबी द्वारा इस वेबसाइट की एवं इसके द्वारा किए गए दावों की प्रारम्भिक सिरे से जांच की गई। जांच में पाया गया, कि प्रधानमंत्री द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं बनाई गई है। पीआईबी की जांच में यह भी सामने आया, कि जिस वेबसाइट द्वारा ये दावे किए जा रहे थे, वह वेबसाइट पर फर्जी है। आमजन्य को सचेत करने के लिए एवं इस गलत सूचना से बचाने के लिए पीआईबी नें इस बात की पुष्टि करते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया है।
आपको बता दें, पीआईबी द्वारा अपने आधिकारिक फ़ैक्ट चेक ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट में इस वेबसाइट के फ़ेक होने की सूचना दी है। इसके साथ ही पीआईबी नें यह भी बताया है, कि सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना शुरू नहीं की गई है। आप यह ट्वीट नीचे दी गई ब्लू लिंक के माध्यम से देख सकते हैं-
आपको बता दें, आए दिन कई अराजक तत्वों द्वारा ऐसे ही झूठे दावे एवं सूचनाएँ देकर आमजन्य को शिकार बनाने की कोशिश की जाती है। अतः हम आप सभी को इसके लिए सचेत करना चाहते हैं, कि आप ऐसे किसी अप्रमाणित स्रोत द्वारा दी गई किसी असत्यापित सूचना एवं दावे पर यकीन न करें। यदि आप किसी सूचना को लेकर उलझन में हैं, कि यह सही है या नहीं, तो अभ्यर्थी इसकी जानकारी पीआईबी की आधिकारिक वेबसाइट या ट्विटर हैंडल पर चेक कर सकते हैं।
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