हिन्दी व्याकरण का अध्ययन हिन्दी भाषा को शुद्ध रूप से लिखने बोलने व समझने मे बहुत आवश्यक है। इस आर्टिकल मे हम संज्ञा जिसे अँग्रेजी मे NOUN कहते है को विस्तार से जानेगे कि- संज्ञा किसे कहते है, संज्ञा के कितने भेद होते है, तथा संज्ञा के सभी उदाहरण से इसे सरलता से समझने के प्रयास करेंगे-
संज्ञा किसे कहते है? (What is a noun?)
किसी व्यक्ति,वस्तु,स्थान आदि के नाम को संज्ञा कहा जाता है।संसार में जितने भी चीजे(वस्तु) है सभी का कोई ना कोई नाम है।हिंदी व्याकरण में नाम को ही संज्ञा कहा जाता है। या इसे हम इस तरह भी समझ सकते है – जिन शब्दों से किसी व्यक्ति, वस्तु,स्थान या भाव का बोध होता है, उसे संज्ञा कहते है। चलिये इसे कुछ उदाहरण द्वारा समझते है-
जैसे –
व्यक्तियों केनाम:- महात्मा गाँधी, अटल बिहारीवाजपेयी,गाय, बकरी, मच्छरआदि।
वस्तुओंकेनाम:- कलम, मेज, किताब, अलमारी, साइकिल, रेडिओ आदि।
स्थानों केनाम:- दिल्ली, हरिद्वार, शिमला, बनारस, हिमालय , गंगा आदि।
भावों केनाम:- प्रेम, घृणा, क्रोध, लड़ाई, बुराई, बुढ़ापा, शान्ति आदि।
इसे और अच्छे से जानने और समझने के लिए आप नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए:-
मोहन कार से दिल्ली जाएगा।
क्रोध मनुष्य को पागल बना देता है।
ईमानदारी सर्वोत्तम गुण है।
बुढ़ापा सभी रोगों का घर है।
रोहन हाथी की सवारी करता है।
उपर के वाक्यों में रोहन और मोहन व्यक्तियों के नाम है,दिल्ली शहर का नाम है।हाथी और मनुष्य जानवर और आदमियों के नाम है तथा ईमानदारी और बुढ़ापा गुण और अवस्था को बता रहे है।ये सभी किसी न किसी नाम को बता रहे है अतः जो शब्द किसी के नाम को बताते है वह संज्ञा कहलाता है।
ये भी जाने :
- हिन्दी के कवियों के उपनाम
- Hindi Vyakaran Notes (हिंदी भाषा एवं वर्णमाला)
- हिंदी साहित्य से महत्वपूर्ण प्रश्न
संज्ञा के कितने भेद होते है? (sangya ke kitne bhed hote hain)
संज्ञा के भेद को दो भागो मे बाटा गया है-
- अर्थ के आधार पर
- व्युत्पत्ति के आधार पर
अर्थ के आधार पर संज्ञा के पांच भेद होते हैं:-
(1) व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun)
(2) जातिवाचक संज्ञा (Common Noun)
(3) भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun)
(4) समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun)
(5) द्रव्यवाचक संज्ञा (Meterial Noun)
व्युत्पत्ति के आधार पर संज्ञा के तीन भेद होते हैं:-
(1)रूढ़
(2)यौगिक
(3)योगरूढ़
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun) किसे कहते है? (What is proper noun?)
“जिस संज्ञा से किसी खास व्यक्ति,वस्तु,स्थान आदि के नाम का बोध हो उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते है।”
जैसे गोरखपुर, मुंबई, भारत, रामायण, अमेरिका इत्यादि।
इन उदाहरण के वाक्य जैसे
1. गोरखपुर में बहुत सारी ट्रेन प्रारंभ होती है।
2. मुंबई को भारत का प्रवेश द्वार कहते हैं।
3. भारत एक देश है।
4. रामायण वाल्मीकि द्वारा रचा गया है।
5. अमेरिका का राष्ट्रपति कौन हैं।
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun) किसे कहते है? (What is a common noun?)
“जिस संज्ञा से समस्त जाति का बोध होता है,उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है।”अर्थात् किसी वर्ग या समूह का बोध कराने वाले शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहते है। जैसे- पुरुष, गेंद, घर, दिन, महीना, नगर, देश आदि।
जैसे – मनुष्य,यहां मनुष्य कहने से किसी खास व्यक्ति के नाम का बोध नहीं होता बल्कि समस्त व्यक्तियों के जातियों का बोध होता है।
जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण:-मनुष्य,लड़का,लड़की,गाय,हाथी,नदी,पर्वत आदि
भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun) किसे कहते है? (What is an abstract noun?)
“ऐसे शब्द जो आपको दिखाई न देकर केवल महसूस होते है वो हमेशा भाववाचक संज्ञा होते है” अर्थात् जिस संज्ञा शब्द से पदार्थों की अवस्था, गुण-दोष, भाव या दशा, धर्म आदि का बोध होता हो, वह भाववाचक संज्ञा हैं।
जैसे: बचपन, मोटापा, बुढ़ापा, मिठास, चढ़ाई, थकावट आदि।
इन उदाहरण के वाक्य
1. बचपन में कृष्ण में माखन खाया।
2. मोटापा अच्छा नहीं होता हैं।
3. श्याम की माताजी का बुढ़ापा आने वाला है।
समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun) किसे कहते है? (What is a collective noun?)
“जिस संज्ञा से किसी व्यक्ति या वस्तु के समूह अथावा झुंड का बोध होता है उसे समूहवाचक संज्ञा कहते है।”
जैसे: पुलिस, सेना, परिवार, कक्षा, भीड़, इत्यादि।
द्रव्यवाचक संज्ञा (Meterial Noun) किसे कहते है? (What is a meterial noun?)
किसी संज्ञा शब्द से किसी द्रव्य (पदार्थ) का बोध हो रहा हो, तो द्रव्यवाचक संज्ञा कहेंगे। अर्थात् “जिस संज्ञा से किसी द्रव्य या द्रव्यो के नाम का बोध होता है उस संज्ञा को द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है या जिसे नापा या तौला जा सके वह द्रव्यवाचक संज्ञा है।
जैसे: घी, पानी, लोहा, तेल, दाल इत्यादि।
इन उदाहरण के वाक्य
1. घी में वसा होता है।
2. पानी एक तरल पदार्थ हैं।
3. लोहा जंग के कारण वजनदार हो गया है।
व्युत्पत्ति के आधार पर संज्ञा के भेद – परिभाषा, एवं उदाहरण
व्युत्पत्ति के आधार पर संज्ञा के तीन प्रकार है- 1)रूढ़ (2)यौगिक (3)योगरूढ़
रूढ़ संज्ञा किसे कहते है?
ऐसे शब्द जो स्वतंत्र सत्ता धारण करते है तथा जिनका खण्डन न् किया जा सके उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं। अर्थात् वे संज्ञाएं जिनके प्रत्येक खंड निरर्थक होते है,रूढ़ संज्ञा कहलाते है। अर्थात् जिन संज्ञाओं शब्दों को अलग करने पर कोई अर्थ नही देते है वे रूढ़ संज्ञा होते है।
जैसे – नल, अगर नल के न और ल को अलग करे तो उसका कोई अर्थ नहीं रह जाता है।
यौगिक संज्ञा किसे कहते है?
जो शब्द स्वतंत्र सत्ता धारण नही करते तथा एक से अधिक पदों के मेल से बने हो उन्हें यौगिक शब्द संज्ञा कहते हैं। इनका खण्डन किया जा सकता है। अर्थात् एक से अधिक सार्थक शब्दों के मेल से बनी संज्ञाओं को यौगिक संज्ञा कहते है।
जैसे- हिमखंड, यदि हिमखंड क शब्दों ‘ हिम ‘ और ‘ खंड ‘ को अलग करते है तो देखते है कि ये दोनों सार्थक शब्द है,अर्थात् इनका अर्थ है।
ऐसे शब्द जो अर्थ को विशिष्टता प्रदान करते हो। उन्हें योगरूढ़ शब्द कहते हैं। अर्थात् वे संज्ञाएं जिनका कोई विशेष अर्थ होता है या वे संज्ञाएं जो अपने खंडो को छोड़कर दूसरा अर्थ देते है, योगरूढ़ संज्ञा होते है।
जैसे – जलज, यदि जलज का खंड किया जाए तो ‘ जल ‘ और ‘ ज ‘ सार्थक है। यहां जल का मतलब पानी से है और ज का अर्थ जन्म से है,जिसका अर्थ हुआ पानी में जन्मा।पानी में कई जीव जंतु जन्म लेते है लेकिन यहां जलज का अर्थ कमल होता है। ऐसे ही संज्ञाएं योगरूढि संज्ञा कहलाती है।
TO Download PDF Please Join us on Telegram Click here
दोस्तों, यदि (Hindi Vyakran Sangya Notes) आपको पसंद आए हो तो इसे अपने मित्र गणों के साथ अवश्य शेयर करें। जिससे वह भी इन अध्ययन नोट्स का लाभ ले सकें हमारे द्वारा नियमित रूप से सभी प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु नवीनतम जानकारियां एवं फ्री स्टडी मैटेरियल आप सभी पाठकों हेतु उपलब्ध कराया जाता है। यदि आप किसी भी विषय पर विस्तृत जानकारी या फ्री स्टडी मटेरियल प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में हमें बता सकते हैं।
पाठकों से अनुरोध है कि आप अपनी प्रतिक्रिया या सुझाव हमें कमेंट करके अवश्य बताएं। इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद एवं आगामी परीक्षा हेतु हार्दिक शुभकामनाएं।