UPTET 2021: यूपी टीईटी परीक्षा मे इन विषयो से पूछे जाएंगे प्रश्न, देखे परीक्षा पेटर्न

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UPTET 2021 Exam pattern and Syllabus: उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने UPTET 2021 (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test) के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है  उम्मीदवार 25 अक्टूबर तक ऑफिशियल वेबसाइट @upbasiceduboard.gov.in पर जाकर परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं इस परीक्षा के माध्यम से उत्तर प्रदेश के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों  शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. 

UPTET परीक्षा 28 नवंबर से आयोजित  की जानी है इस साल बड़ी संख्या मे UPTET के लिए आवेदन प्राप्त होने की उम्मीद है बता दें की इस साल UPTET परीक्षा 28 नवम्बर 2021 से दो शिफ़्टों मे आयोजित की जाएगी। पहली शिफ्ट मे प्राइमरी लेवल की परीक्षाए सुबह 10 बजे से 12:30 बजे तक आयोजित होगी जबकि दूसरी मे अपर प्राइमरी लेवल की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से 5 बजे तक होगी। रिजल्ट 28 दिसम्बर हो जारी किया जाएगा।

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आज इस लेख में हम UPTET परीक्षा के पैटर्न से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं  जिससे आप अपनी परीक्षा की तैयारी को सुदृढ़ कर सकें।

 यूपीटीईटी परीक्षा महत्वपूर्ण तिथियां

UPTET Event NameEvent Date
UPTET Notification Out4 October 2021
UPTET application form start date7 October 2021
Last date of apply online25 October 2021
Last date to submit the application fee26 October 2021
UPTET Exam Date 202128 November 2021
UPTET admit card download date17 November 2021
UPTET Answer key Out2 December 2021
UPTET Final Result Out28 December 2021
UPTET 2021 Important Dates

UPTET परीक्षा का पैटर्न-

यूपीटीईटी परीक्षा 2021 उत्तीर्ण करने के लिए आपको परीक्षा के पैटर्न के बारे में अच्छे से जानकारी होना आवश्यक है ताकि आप परीक्षा के पैटर्न के हिसाब से तैयारी कर सकें और परीक्षा में सफलता हासिल कर पाए-

  • UPTET मे दो पेपर होते है- PAPER-1 उन अभ्यर्थियो के लिय होता है जो पहली से 5वीं कक्षा तक के टीचर बनना चाहते है या प्राइमरी स्‍कूल के टीचर बनना चाहते है जबकि PAPER -2 उन अभ्यर्थियो को देना होता है जो  6वीं से 8वीं तक के टीचर बनना चाहते है या मीडियम स्‍कूल के टीचर बनना चाहते है।
  • UPTET के दोनों पेपर मे 150 प्रश्न 150 अंको के पूछे जाते है, जिनको हल करने के लिए उम्मीदवार को 150 मिनट अर्थात 2 घंटे 30 मिनट का समय दिया जाता है।
  • UPTET के पेपर -1 में पेपर-1 में चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागोजी, हिंदी, अंग्रेजी, मैथ्स और पर्यावरण शिक्षा जैसे विषय शामिल है।
  • यूपीटीईटी पेपर-2 मे चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागोजी, लैंग्वेड-I व लैंग्वेज-II, साइंस और मैथ्स या सोशल साइंस से प्रश्न पूछे जाएंगे।

UPTET Paper -1 (प्राइमरी स्‍कूल कक्षा -1 से 5 )

UPTET SubjectNo. of questionsMarks
Child Development and Pedagogy3030
Language I3030
Language II (English/ Urdu/ Sanskrit)3030
Mathematics3030
Environmental Studies3030
Total150150
UPTET Paper 1 exam pattern

I. बाल विकास और शिक्षण विधियां [30 प्रश्न]

(क) बाल विकास (कक्षा 1 से 5, 6 से 11 आयु समूह के लिए प्रासंगिक) [15 प्रश्न]

• विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उसका सम्बन्ध

• बालकों के विकास के सिद्धांत

• आनुवांशिकता और पर्यावरण का प्रभाव

• सामाजिकीकरण प्रक्रियाएं: सामाजिक विश्व और बालक (शिक्षक, अभिभावक और मित्रगण)

• पाइगेट, कोलबर्ग और वायगोट्स्की: निर्माण और विवेचित संदर्श

• बाल-केन्द्रित और प्रगामी शिक्षा की अवधारणाएं

• बौद्धिकता के निर्माण का विवेचित संदर्श

• बहु-आयामी बौद्धिकता

• भाषा और चिंतन समाज निर्माण के रूप में लिंग: लिंग भूमिकाएं. लिंग-पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार

• शिक्षार्थियों के मध्य वैयक्तिक विभेद, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म आदि की विविधता पर आधारित विभेदों को समझाना

• अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन के बीच अंतर, विद्यालय आधारित मूल्यांकन,

• सतत एवं व्यापक मूल्यांकन: संदर्श और व्यवहार

• शिक्षार्थियों की तैयारी के स्तर के मूल्यांकन के लिए; कक्षा में शिक्षण और विवेचित चिंतन के लिए तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न तैयार करना।

(ख) समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशेष आवश्यकता वाले बालकों को समझना 5 प्रश्न

• गैर-लाभप्राप्त और अवसर-वंचित शिक्षार्थियों सहित विभिन्न पृश्ठभूमियों से आए शिक्षणार्थियों की आवश्यकताओं को समझना।

• अधिगम संबंधी समस्याएं, कठिनाई वाले बालकों की आवश्यकताओं को समझना।

• मेधावी, सृजनशील, विशिष्ट प्रतिभावान शिक्षणार्थियों की आवश्यकताओं को समझना।।

(ग) अधिगम और अध्यापन [10 प्रश्न]

• बालक किस प्रकार सोचते और सीखते हैं, बालक विद्यालय प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में कैसे और क्यों असफल होते हैं।

• अधिगम और अध्यापन की बुनियादी प्रक्रियाएं, बालकों की अधिगम कार्यनीतियां सामाजिक क्रियाकलाप के रूप में अधिगमः अधिगम के सामाजिक संदर्भ ।

• एक समस्या समाधानकर्ता और एक वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में बालक।

• बालकों में अधिगम की वैकल्पिक संकल्पना, अधिगम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण चरणों के रूप में बालक की त्रुटियों को समझना। बोध और संवेदनाएं प्रेरणा और अधिगम

• अधिगम में योगदान देने वाले कारक – निजी एवं पर्यावरणीय।।

॥. भाषा I [30 प्रश्न]

(क) भाषा बोधगम्यता [15 प्रश्न]

अनदेखे अनुच्छेदों को पढ़ना – दो अनुच्छेद एक गद्य अथवा नाटक और एक कविता जिसमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न होंगे (गद्य अनुच्छेद साहित्यिक, वैज्ञानिक, वर्णनात्मक अथवा तर्कमूलक हो सकता है)

(ख) भाषा विकास का अध्यापन [15 प्रश्न]

• अधिगम और अर्जन भाषा अध्यापन के सिद्धांत

• सुनने और बोलने की भूमिकाः भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं। मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की। भूमिका पर निर्णायक संदर्श । एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां; भाषा की कठिनाईयां, त्रुटियां और विकार

• भाषा कौशल

• भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना

• अध्यापन – अधिगम सामग्रियां: पाठ्यपुस्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन

• उपचारात्मक अध्यापन

III. भाषा – ॥ [30 प्रश्न]

(क) बोधगम्यता [15 प्रश्न]

दो अनदेखे गद्य अनुच्छेद (तर्कमूलक अथवा साहित्यिक अथवा वर्णनात्मक अथवा वैज्ञानिक) जिनमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न होंगे।

(ख) भाषा विकास का अध्यापन [5 प्रश्न]

• अधिगम और अर्जन भाषा अध्यापन के सिद्धांत

• सुनने और बोलने की भूमिका; भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं।

• मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर निर्णायक संदर्श

• एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां: भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार भाषा कौशल भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना

• अध्यापन अधिगम सामग्री पाठ्यपुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन

• उपचारात्मक अध्यापन

V. गणित

(क) विषय-वस्तु

• ज्यामिति

• आकार और स्थानिक समझ

• हमारे चारों ओर विद्यमान ठोस पदार्थ

• संख्याएं

• जोड़ना और घटाना

• गुणा करना

• विभाजन

• मापन

• भार

• समय परिमाण

• आंकड़ा प्रबंधन

• पैटर्न

• राशि

(ख) अध्यापन संबंधी मुद्दे [15 प्रश्न]

• गणितीय/तार्किक चिंतन की प्रकृति, बालक के चिंतन एवं तर्कशक्ति पैटर्नी तथा अर्थ निकालने और अधिगम की कार्यनीतियों को समझना

• पाठ्यचर्या में गणित का स्थान

• गणित की भाषा

• सामुदायिक गणित

• औपचारिक एवं अनौपचारिक पद्धतियों के माध्यम से मूल्यांकन

• शिक्षण की समस्याएं

• त्रुटि विश्लेषण तथा अधिगम एवं अध्यापन के प्रासंगिक पहलू

• नैदानिक एवं उपचारात्मक शिक्षण

V. पर्यावरणीय अध्ययन

(क) विषय-वस्तु [15 प्रश्न]

1. परिवार और मित्र

1.1 संबंध

1.2 कार्य और खेल

1.3 पशु

1.4 पौधे

2. भोजन

3. आश्रय

4. पानी

5. भ्रमण

6. वे चीजें जो हम बनाते और करते हैं

(ख) अध्यापन संबंधी मुद्दे [15 प्रश्न]

• पर्यावरणीय अध्ययन की अवधारणा और व्याप्ति

• पर्यावरणीय अध्ययन का महत्व, एकीकृत पर्यावरणीय अध्ययन

• पर्यावरणीय अध्ययन एवं पर्यावरणीय शिक्षा

• अधिगम सिद्धांत

• विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की व्याप्ति और संबंध

• अवधारणा प्रस्तुत करने के दृष्टिकोण

• क्रियाकलाप

• प्रयोग/व्यावहारिक कार्य चर्चा

• सतत् व्यापक मूल्यांकन

• शिक्षण सामग्री/उपकरण

• समस्याएं

UPTET Paper –2 (मीडियम स्‍कूल कक्षा – 6 से 8)

UPTET SubjectNo. of questionsMarks
Child Development and Pedagogy3030
Language I3030
Language II (English/ Urdu/ Sanskrit)3030
Mathematics and Science
(for Mathematics and science teacher)
OR
Social Studies/Social Science
(for social studies/social science teacher)
6060
Total150150
UPTET Paper 2 exam pattern

पेपर ।। (कक्षा VI से VI॥ के लिए) उच्च प्राथमिक स्तर [30 प्रश्न]

I. बाल विकास और अध्यापन [30 प्रश्न]

(क) बाल विकास (कक्षा 6 से 8, 11 से 14 आयु समूह के लिए प्रासंगिक) [15 प्रश्न]

• विकास की अवस्था तथा अधिगम से उसका संबंध

• बालक के विकास के सिद्धांत ।

• आनुवांशिकता और पर्यावरण का प्रभाव सामाजिकीकरण दबाव: सामाजिक विश्व और बालक (शिक्षक, अभिभावक और मित्रगण)

• पाइगेट, कोलबर्ग और वायगोट्स्की : निर्माण और विवेचित संदर्श

• बाल-केन्द्रित और प्रगामी शिक्षा की अवधारणाएं

• बौद्धिकता के निर्माण का विवेचित संदर्श

• बहु-आयामी बौद्धिकता

• भाषा और चिंतन

• समाज निर्माण के रूप में लिंग: लिंग भूमिकाएं. लिंग-पूर्वाग्रह और शैक्षणिक व्यवहार शिक्षार्थियों के मध्य वैयक्तिक विभेद, भाषा, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म आदि की विविधता पर आधारित विभेदों को समझना।

• अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम के मूल्यांकन के बीच अंतर, विद्यालय आधारित मूल्यांकन, सतत एवं व्यापक मूल्यांकन : संदर्श और व्यवहार

• शिक्षार्थियों की तैयारी के स्तर के मूल्यांकन के लिए, कक्षा में शिक्षण और विवेचित चिंतन के लिए तथा शिक्षार्थी की उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न तैयार करना।

॥. भाषा I [30 प्रश्न]

(क) भाषा बोधगम्यता [15 प्रश्न]

अनदेखे अनुच्छेदों को पढ़ना – दो अनुच्छेद एक गद्य अथवा नाटक और एक कविता जिसमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न होंगे (गद्य अनुच्छेद साहित्यिक, वैज्ञानिक, वर्णनात्मक अथवा तर्कमूलक हो सकता है)

(ख) भाषा विकास का अध्यापन [15 प्रश्न]

• अधिगम अर्जन |

• भाषा अध्यापन के सिद्धांत

• सुनने और बोलने की भूमिका, भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं। मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर विवेचित संदर्श

• एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां: भाषा की कठिनाइयां, त्रुटियां और विकार

• भाषा कौशल

• भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना : बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना

• अध्यापन – अधिगम सामग्रियां: पाठ्यपुस्तक, मल्टी मीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन

• उपचारात्मक अध्यापन

भाषा – ॥ [30 प्रश्न]

(क) बोधगम्यता [15 प्रश्न]

दो अनदेखे गद्य अनुच्छेद (तर्कमूलक अथवा साहित्यिक अथवा वर्णनात्मक अथवा वैज्ञानिक) जिनमें बोधगम्यता, निष्कर्ष, व्याकरण और मौखिक योग्यता से सम्बन्धित प्रश्न होंगे।

(ख) भाषा विकास का अध्यापन [15 प्रश्न]

• अधिगम और अर्जन

• भाषा अध्यापन के सिद्धांत

• सुनने और बोलने की भूमिका, भाषा का कार्य तथा बालक इसे किस प्रकार एक उपकरण के रूप में प्रयोग करते हैं

• मौखिक और लिखित रूप में विचारों के संप्रेषण के लिए किसी भाषा के अधिगम में व्याकरण की भूमिका पर विवेचित संदर्श

• एक भिन्न कक्षा में भाषा पढ़ाने की चुनौतियां भाषा की कठिनाईयां, त्रुटियां और विकार

• भाषा कौशल

• भाषा बोधगम्यता और प्रवीणता का मूल्यांकन करना: बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना

• अध्यापन- अधिगम सामग्री: पाठ्यपुस्तक, मल्टीमीडिया सामग्री, कक्षा का बहुभाषायी संसाधन

• उपचारात्मक अध्यापन

iv (क) गणित एवं विज्ञान [60 प्रश्न]

(i) गणित [30 प्रश्न]

(क) विषय-वस्तु [20 प्रश्न]

• अंक प्रणाली ।

(i) अंकों को समझना

(ii) अंकों के साथ खेलना

(iii) पूर्ण अंक

(iv) नकारात्मक अंक और पूर्णाक

(v) भिन्न

• बीजगणित

(i) बीजगणित का परिचय

(ii) समानुपात और अनुपात

• ज्यामिति

(i) मूलभूत ज्यामितिक विचार (2-डी)

(i) बुनियादी आकारों को समझना

(iii) सममिति ।

(iv) निर्माण (सीधे किनारे वाले मापक, कोणमापक, परकार का प्रयोग करते हुए)

• क्षेत्रमिति

(i) आंकड़ा प्रबंधन

(ख) अध्यापन संबंधी मुद्दे [10 प्रश्न]

• गणितीय/तार्किक चिंतन की प्रकृति

• पाठ्यचर्या में गणित का स्थान

• गणित की भाषा

• सामुदायिक गणित

• मूल्यांकन

• उपचारात्मक शिक्षण

• शिक्षण की समस्याएं

(ii) विज्ञान [30 प्रश्न]

(क) विषय-वस्तु [20 प्रश्न]

• भोजन

• भोजन के स्रोत

• भोजन के घटक

• भोजन को साफ करना

• सामग्री

• दैनिक उपयोग की सामग्री

• जीवित प्राणियों की दुनिया

• चीजें, लोगों और विचारों को स्थानांतरित करना

• चीज़ें कैसे काम करती है

• इलेक्ट्रिक सर्किट

• चुंबक

• प्राकृतिक घटना

• प्राकृतिक संसाधन

(ख) अध्यापन संबंधी मुद्दे [10 प्रश्न]

• विज्ञान की प्रकृति और संरचना

• प्राकृतिक विज्ञान/लक्ष्य और उद्देश्य

• विज्ञान को समझना और उसकी सराहना करना

• दृष्टिकोण/एकीकृत दृष्टिकोण प्रेक्षण/प्रयोग/अन्वेषण (विज्ञान की पद्धति)

• अभिनवता

• पाठ्यचर्या सामग्री/सहायता-सामग्री

• मूल्यांकन – संज्ञात्मक/मनोप्रेरक/प्रभावन

• समस्याएं

• उपचारात्मक शिक्षण

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