SSC MTS/Havaldar 2022 Last Minute Tips: कर्मचारी चयन आयोग यानि एसएससी द्वारा मल्टिपल टास्किंग स्टाफ, गैर-तकनीकी (MTS Non-Technical) की परीक्षाएँ इस वर्ष 5 जुलाई से 22 जुलाई 2022 तक आयोजित कराई जाएंगी। बता दें, कि एसएससी नें एमटीएस परीक्षा के लिए सभी रीजन के एड्मिट कार्ड जारी कर दिये हैं। अभ्यर्थी एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in पर जाकर अपना एड्मिट कार्ड डाऊनलोड करें।
चूँकि परीक्षा में अब अधिक समय नहीं है, अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक है की वे अपनी परीक्षा की तैयारी को एक फ़ाइनल टच दें। अभ्यर्थी तैयारी के अंतिम चरणों में एक इफेक्टिव प्रिपरेशन स्ट्रेटेजी को फॉलो कर अपनी तैयारी को एक नया आयाम दे सकते हैं, जिससे उन्हें परीक्षा में अधिक अंक पानें में सहायता मिले। इस आर्टिकल में हम आपके साथ ऐसे ही कुछ इफेक्टिव टिप्स एवं ट्रिक्स साझा करने वाले हैं।
एमटीएस परीक्षा का एक्ज़ाम पैटर्न एक नज़र में-
एमटीएस की प्रथम चरण की परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित कराई जाएगी, जिसमें अभ्यर्थियों को 100 अंकों का एक प्रश्न पत्र हल करना होगा। अभ्यर्थियों को 90 मिनट की समयावधि में 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न हल करने होंगे। चूँकि एसएससी की परीक्षाओं में नेगेटिव मार्किंग की जाती है, इस परीक्षा में भी प्रत्येक गलत उत्तर के लिए ¼ अंकों काटे जाएंगे। वहीं प्रत्येक सही उत्तर के लिए अभ्यर्थी को 1 अंक मिलेगा। परीक्षा में किस विषय से कितने प्रश्न पूछे जाएंगे इसकी जानकारी नीचे तालिका में दी गई है-
Subject | Number of Questions | Marks |
General English | 25 | 25 |
General Intelligence and Reasoning | 25 | 25 |
Quantitative Aptitude | 25 | 25 |
General Awareness | 25 | 25 |
Total | 100 | 100 |
Note- अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए 90 मिनट दिये जाएंगे। PwD केंडीडेट को 30 मिनट का अतिरिक्त समय (120 मिनट) दिया जाएगा।
इस प्रिपरेशन स्ट्रेटजी से कर सकते हैं अधिक अंक हासिल
किसी भी परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के लिए सबसे अधिक आवश्यक है एक रणनीति बनाकर उसके अनुसार तैयारी करना। एक इफेक्टिव प्रिपरेशन स्ट्रेटजी परीक्षा में अधिक अंक हासिल करने में अहम भूमिका निभाती है। इस परीक्षा की तैयारी के लिए भी हम आपको ऐसी ही एक इफेक्टिव स्ट्रेटजी बताने वाले हैं, जिससे अभ्यर्थी बचे हुए समय का लाभ लेकर परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।
1. परीक्षा पैटर्न व प्रश्नों का विश्लेषण है जरूरी
किसी भी परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के लिए सबसे अधिक आवश्यक है परीक्षा के पैटर्न का विश्लेषण करना। परीक्षा में किस विषय भाग से कितने प्रश्न पूछे जाएंगे, किस तरह व टॉपिक के प्रश्न अधिक पूछे जाते हैं, इन सभी बातों की जानकारी होना भी अत्यंत आवश्यक है। इससे अभ्यर्थियों को अधिक ध्यान देने योग्य व महत्वपूर्ण टॉपिक से संबन्धित जानकारी आसानी से मिल जाती है।
2. रिवीजन है अत्यंत आवश्यक
परीक्षा के अंतिम समय में आवश्यक है कि अभ्यर्थी नए टॉपिक पढ़ने के स्थान पर पढ़े हुए टॉपिकों को ही रिवाइज़ करें। चूँकि एमटीएस परीक्षा का सिलैबस बहुत बड़ा है, तथा इतने कम समय में सभी टॉपिक का रिवीजन कर पाना कठिन है। अतः अभ्यर्थी के लिए लाभदायक होगा कि वे चारों विषयों के उन टॉपिक का रिवीजन पहले करें, जिनकी परीक्षा में आने की संभावनाएं अधिक हैं।
3. स्व-मूल्यांकन से मिलेगी परीक्षा में मदद
रिवीजन के साथ ही साथ ये भी बहुत जरूरी है कि अभ्यर्थी समय-समय पर अपना स्व-मूल्यांकन करते रहें। स्व-मूल्यांकन के लिए अभ्यर्थी प्रीवियस इयर के पेपर तथा मोक टेस्ट आदि हल कर सकते हैं। मोक टेस्ट व पुराने प्रश्न पत्र अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले परीक्षा का माहौल देते हैं, तथा इन्हें हल करने से अभ्यर्थियों को टाइम मैनेजमेंट में भी मदद मिलती है।
4. टाइम मैनेजमेंट
चूँकि परीक्षा में अभ्यर्थियों को 90 मिनट की समयावधि में कुल 100 प्रश्न हल करने होते हैं, अतः उन्हें परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न हल करने के लिए 1 मिनट का समय भी नहीं मिलता। इसलिए आवश्यक है, कि अभ्यर्थी किसी भी एसे प्रश्न को हल करने में अपना समय व्यतीत न करें जिसकी तैयारी अभ्यर्थी नें नहीं की है। इसके अतिरिक्त परीक्षा के समय टाइम मैनेजमेंट के लिए अभ्यर्थी प्रिपरेशन पीरियड में मोक टेस्ट आदि की मदद भी ले सकते हैं।
5. प्रश्न को ध्यानपूर्वक पढ़ने से होगा लाभ
परीक्षा अवधि के समय अभ्यर्थी हड़बड़ाहट में प्रश्न को समझ नहीं पाते हैं। कई बार प्रश्न में पूछा कुछ और जाता है, तथा अभ्यर्थी कुछ भिन्न ही उत्तर दे देते हैं। इसलिए आवश्यक है कि अभ्यर्थी शांत मस्तिष्क से तथा ध्यान पूर्वक प्रश्नों को पढ़ें, उसके बाद ही उत्तर दें।
6. एक्यूरेसी पर अवश्य दें ध्यान
जैसा कि अभ्यर्थी जानते ही हैं, एमटीएस की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की जाती है, यानि प्रत्येक गलत उत्तर के लिए ¼ अंक कटे जाते हैं। अतः अभ्यर्थी उन्हीं प्रश्नों का उत्तर दें, जिनके उत्तर में उन्हें कोई शंका न हो। साथ ही अभ्यर्थी बेहद ध्यानपूर्वक प्रश्नों को हल करें, जिससे उत्तर में गलती की कोई गुंजाइश न रहे।
7. तैयारी के अंतिम चरणों में क्या करना होगा सही व किन बातों का रखना है ख्याल
अभ्यर्थी परीक्षा के समय मन को शांत रखें, और घबराएँ न। जिन प्रश्नों के उत्तर में कोई संशय न हो केवल वही प्रश्न हल करें तथा जिन प्रश्नों का उत्तर नहीं पता हो वे प्रश्न हल न करें। किसी भी प्रश्न को हल करने में अधिक समय न लें। परीक्षा के समय किसी भी प्रकार से डिसट्रेक्ट न होवें एवं प्रश्नों को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ हल करें।
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