CDP Questions for CTET 2022: सीबीएससी के द्वारा देश की बड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षा में से एक मानी जाने वाली सीटेट परीक्षा का आयोजन दिसंबर माह में किया जाएगा. जिसमें जिसमें देश के ऐसे युवा शामिल होंगे जो शिक्षक बनने का सपना लिए लंबे समय से शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं सूत्रों के मुताबिक परीक्षा का विस्तृत नोटिफिकेशन जल्द ही जारी किया जाएगा. आम तौर पर देखा जाए तो सीबीएसई के द्वारा 3 महीने पूर्व नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाता है इसलिए उम्मीद की जा रही है, कि अभ्यर्थियों का इंतजार जल्द ही समाप्त होगा.
यदि आप भी हिंदी विद्यालयों में शिक्षक बनना चाहते हैं और इस शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो यहां हम परीक्षा में पूछे जाने वाले ‘बाल विकास और शिक्षाशास्त्र’ के कुछ 15 ऐसे प्रश्न लेकर आए हैं, जिनका अभ्यास आपको परीक्षा में बेहतर परिणाम दिलाने में सहायक होगा इसलिए इन्हें एक नजर जरूर पढ़ें.
दिसंबर में होने वाली CTET परीक्षा में पूछे जाएंगे बाल विकास शिक्षा शास्त्र के ऐसे प्रश्न—CTET Exam 2022 CDP Most Repeated Questions
Q. जब कोई विद्यार्थी स्कूल में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता तब एक शिक्षिका को –
1. शिक्षा व्यवस्था / तंत्र का विश्लेषण करना चाहिए।
2. माता-पिता को दोषी ठहराना चाहिए।
3. विद्यार्थी को शर्मिंदा करना चाहिए।
4. विद्यार्थी को विशिष्ट स्कूल में भेज देना चाहिए।
Ans- 1
Q. कक्षा में समझ न बना पाने के सतत् अनुभवों और सीख न पाने की असमर्थता व निष्पादन न कर पाने के लिए स्वयं को उत्तरदायी / दोषी ठहराने का क्या संभावित परिणाम हो सकता है?
1. अधिगम असहायता का भाव
2. बेहतर सीखने की अधिप्रेरना
3. निपुणता उन्मुखीकरण
4. योग्यता के वृद्धिपरक दृष्टिकोण में विश्वास
Ans- 1
Q. सामाजिक रचनावादी कक्षा की क्या विशेषता है?
1. स्थायी बैठने की व्यवस्था
2. शिक्षकों द्वारा निर्देशन तथा विद्यार्थियों का निष्क्रिय पालन
3. विद्यार्थियों द्वारा जानकारी का स्मरण
4. विद्यार्थियों द्वारा समूह में काम करते हुए विषय पर चर्चा करना
Ans- 4
Q.प्रभावशाली अध्यापन के लिए क्या जरूरी है?
i. तथ्यों के पुनरुत्पादन पर बल देना
ii. केवल पाठ्य-पुस्तकों को ही ज्ञान का स्त्रोत मानने पर बल देना
iii. तथ्यों और परिप्रेक्ष्यों का विवेचनात्मक विश्लेषण
iv. अधिगमकर्ताओं के पूर्व अनुभवों को प्रधानता देना
1. i, ii
2. iii, iv
3. i, iii
4. ii, iv
Ans- 2
Q. अर्थपूर्ण सीखना –
1. एकरेखीय रूप से होता है, न कि वर्तलाकार रूप में।
2. तब होता है जब शिक्षक विद्यार्थियों के संवेगात्मक पहलूओं को नकारते हैं।
3. शिक्षकों द्वारा सीधे निर्देशन द्वारा निर्धारित होता है।
4. विद्यार्थियों की परिवेश के साथ सक्रीय अंतः क्रिया द्वारा।
Ans- 4
Q. विद्यार्थियों को अधिगम के प्रति प्रेरित करने के लिए किस तरह के लक्ष्यों को बढ़ावा देना चाहिए?
1. दृष्टिकोण केंद्रित दक्षता लक्ष्य
2. परिहार केंद्रित प्रदर्शन लक्ष्य
3. दृष्टिकोण केंद्रित प्रदर्शन लक्ष्य
4. परिहार केंद्रित दक्षता लक्ष्य
Ans- 1
Q. कथन (A) एक अध्यापक को ऐसी अधिगम कार्य नहीं अभिकल्पित करने चाहिए जो बच्चों को पाठ्य पुस्तक के अलावा | किसी और स्त्रोत से ज्ञान-अर्जन को बढ़ावा दे दे।
तर्क (R) : अधिगम और ज्ञान संप्रेषित होते हैं और इच्छित या सृजित नहीं है।
1. (A) और (R) दोनों सही हैं और (R) सही व्याख्या करता है (A) की।
2. (A) और (R) दोनों सही है, लेकिन (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की
3. (A) सही है और (R) गलत है।
4. (A) और (R) दोनों गलत हैं।
Ans- 4
Q. संप्रत्यात्मक समझ को सुसाध्य करने के लिए एक शिक्षिका को क्या नहीं करना चाहिए?
1. रूपकों का इस्तेमाल
2. उदाहरणों व गैर उदाहरणों का उपयोग
3. पुनर्ज्ञान के साथ संबंध स्थापित करना
4. केवल जानकारी के पुनरुत्पादन पर बल देना
Ans- 4
Q. परासंज्ञान / अधिसंज्ञान क्या है?
1. सहज सिद्धांत जो बच्चे अपने आस-पास की घटनाओं के बारे में गढ़ते हैं।
2. अपनी खुद की सोच के बारे में सोचने की प्रतिक्रिया
3. नई जानकारी को समायोजित करने के लिए मौजूदा स्कीमा में रूपांतरण।
4. विभिन्न उप-संरचनाओं का दृश्यक व वर्गीकृत निरूपण
Ans- 2
Q.निम्न में से कौन सा संवेग विद्यार्थियों को सीखने के लिए प्रयत्न करने पर बल देगा?
1. कुंठा
2. बोरियत
3. गुस्सा
4. मान / गर्व
Ans- 4
Q. क्या अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया में भय की कोई भूमिका होती है? सही विकल्प चुनिए?
1. हां, भय एक उम्दा अभिप्रेरक है और अध्यापक को उसका बारंबार प्रयोग करना चाहिए।
2. नहीं भय की वजह से अधिगम से संबंध-विच्छेद हो जाता है और विद्यार्थी भवपूर्ण परिस्थितियों में बहुत कम जोखिम लेते है।
3. हां, बच्चे सिर्फ भय के दवाब में ही अधिगम के लिए प्रयत्न करते है।
4. हां, बच्चे सिर्फ भय के दवाब में ही अधिगम के लिए प्रयत्न करते है।
Ans- 2
Q. एक विद्यार्थी जो अपने को गणित में होशियार समझती है, परीक्षा में कम अंकों के लिए अपने परिश्रम न करने को जिम्मेदार मानती है। उसका यह तर्क क्या दर्शाता है?
1. नियंत्रण का आंतरिक केन्द्र
2. अधिगम असहायता
3. नियंत्रण के बाह्य कारक
4. उसका अपनी योग्यता में अविश्वास
Ans- 1
Q. इनमें से कौन-सी विधि अर्थपूर्ण अधिगम के लिए सबसे प्रभावशाली है?
1. रट कर याद करना
2. निष्क्रिय श्रवण
3. संयोजन के माध्यम से समझना
4. ड्रिल और बार-बार अभ्यास
Ans- 3
Q. विद्यार्थी अकसर प्राकृतिक घटनाओं के बारे में सहजज्ञ सिद्धांत रच लेते है। एक अध्यापिका को –
1. विद्यार्थियों को ऐसा करने के लिए निरुत्साहित करना चाहिए।
2. विद्यार्थियों को ऐसी अवधारणाओं की रचना करने के लिए दण्डित करना चाहिए जो उनकी पाठ्यपुस्तक में समाहित नहीं है।
3. विद्यार्थियों को ऐसे पूर्व अवधारणाएं साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और अध्यापन-अधिगम शिक्षणशास्त्र को उनके अनुरूप बनाना चाहिए।
4. इन सिद्धांतों को अनदेखा कर देना चाहे और सप्रत्ययों को प्रत्यक्ष निर्देशन द्वारा पढ़ाना चाहिए।
Ans- 3
Q. कथन (A) अध्यापक को बच्चों में अधि-संज्ञान अपने ही चिंतन के बारे में सोचने की योग्यता के विकसित करने पर बल और बढ़ावा देना चाहिए।
तर्क (R) अधि-संज्ञानात्मक ज्ञान बच्चों को अपने चिंतन को स्वनियंत्रित करने में मदद करता है। सही विकल्प चुनें।
1. (A) और (R) दोनों सही है और (R) सही व्याख्या करता है (A) की।
2. (A) और (R) दोनों सही है लेकिन (R) सही व्याख्या नहीं है (A) की।
3. (A) सही है लेकिन (R) गलत है।
4. (A) और (R) दोनों गलत हैं।
Ans- 1
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इस आर्टिकल में हमने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में हमेशा पूछे जाने वाले विषय बाल-विकास शिक्षा शास्त्र (CDP Questions for CTET 2022) के कुछ बेहद महत्वपूर्ण सवाल शेअर किए है परीक्षा से जुड़ी सभी नई अप्डेट तथा प्रैक्टिस सेट प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलीग्राम चैनल के सदस्य जरूर बने join link नीचे दी गई है।