CTET 2022: आगामी सीटेट परीक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण ‘अपसारी और अभिसारी चिंतन’ की महत्वपूर्ण परिभाषा और संबंधित सवाल, यहां पढ़िए!

Convergent and Divergent Thinking MCQ For CTET: केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा के आवेदन की प्रक्रिया 24 नवंबर को पूरी की जा चुकी है ऐसे में अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने की तिथि जारी होने का इंतजार है. बता दें कि सीबीएसई के द्वारा जारी नोटिफिकेशन में  केवल परीक्षा  के दिसंबर में आयोजन को लेकर जानकारी दी गई है अभी परीक्षा के आयोजन की तिथि घोषित नहीं की गई है. 

यदि आप भी इस शिक्षक पात्रता परीक्षा में शामिल होने वाले हैं तो, यहां दी गई जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है  यहां आज हम बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (CDP) के अंतर्गत पूछे जाने वाले चिंतन के प्रकार, परिभाषा, अर्थ और संबंधित सवालों को (Convergent and Divergent Thinking MCQ For CTET) आपके लिए लेकर आए हैं, जहां से परीक्षा में 1 से 2 सवाल जरूर पूछे जा सकते हैं इसलिए एक बार जरूर पढ़े.

Read More: CTET Online Exam 2022: वाइगोत्स्की के सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धान्त से जुड़े चुनिंदा सवाल, यहां पढ़िए

यहां जाने! अभिसारी और अपसारी चिंतन क्या है?

चिंतन (Thinking)

चिंतन एक मानसिक प्रक्रिया है जो सभी प्राणियों में होती है। चिंतन प्रक्रिया की शुरुआत उस समय होती है जब प्राणी के समक्ष कोई समस्या आती है चिंतन अत्यंत जटिल प्रक्रिया है

क्रो एवं क्रो – “किसी बालक में चिंतन की योग्यता उसके सफल जीवन का मूलभूत आधार है।”

रॉस के अनुसार – ” चिंतनज्ञानात्मक पक्ष की एक मानसिक क्रिया है।”

                                          चिंतन के प्रकार

1. प्रत्यक्षात्मक एवं मूर्त चिंतन – बालक में सर्वप्रथम प्रत्यक्षात्मक चिंतन का विकास प्रारंभ होता है। जब किसी व्यक्ति वस्तु पटना के प्रत्यक्षीकरण से विचार-विमर्श करता है तो उसे प्रत्यक्षात्मक चिंतन कहते हैं।

2. कल्पनात्मक चिंतन – बालक द्वारा वस्तुओं घटनाओं की व्याख्या करके नए संबंधों की खोज करना है।

3. प्रत्यात्मक चिंतन – प्रतिको एवं चिन्हों के आधार पर किया गया चिंतन।

4. तार्किक चिंतन – यह चिंतन का सबसे उच्च स्तर है इसका संबंध किसी समस्या के समाधान से होता है।

                                    चिंतन के मुख्यत: साधन है:

i. प्रतिमा:- सबसे महत्वपूर्ण साधन है। 

ii. भाषा :- दूसरा महत्वपूर्ण साधन है।

iii. संप्रत्यय:- एक जैसी वस्तु या एक समान गुण होने पर संप्रत्यय का निर्माण ।

iv. प्रतिजति : विभिन्न समस्याओं को जोड़कर चिंतन करना

                                         चिंतन के प्रकार

i. स्वली चिंतन:- अपने विचारों में खोना जैसे:- गोवा की सैर करना |

इस प्रकार के चिंतन में समस्या का समाधान नहीं होता है।

ii. यथार्थवादी इसका संबंध वास्तविकता से है। इसे समस्या का समाधान होता है। 

 यथार्थवादी चिंतन के तीन प्रकार है-

1- अपसारी

2- अभिसारी

3- आलोचनात्मक चिंतन

अपसारी एवं अभिसारी (Convergent and Divergent Thinking)

अपसारी एवं अभिसारी चिंतन से संबंधित विचार गिल्फोर्ड ने सन 1956 में प्रस्तुत किये-

1. अपसारी चिंतन ( Divergent Thinking):-

★ जब किसी व्यक्ति के सामने कोई समस्या रखी जाती है एवं उस समस्या के समाधान के लिए वो व्यक्ति अपनी कल्पनाशक्ति एवं सूजनत्मकता का प्रयोग करता है, तथा उस चिंतन को अपसारी चिंतन कहते हैं।

समस्या के समाधान के रूप में एक से अधिक हल प्रस्तुत करता है तो इस प्रकार के

★ इसके द्वारा खोजा गया समाधान मुक्त अंत (Open Ended) वाला होता है

★ इसमें सृजनात्मकता को बढ़ावा दिया जाता । 

इसे आगमनात्मक अथवा सृजनात्मक चिंतन कहते हैं।

सृजनात्मकता क्या है ?

समस्याओं के मौलिक और अपसारी समाधानों को पहचानने अथवा तैयार करने की योग्यता |

2. अभिसारी चिंतन ( Convergent thinking):-

★ इसमें समस्या एक ही बिंदु पर केंद्रित होती है तथा समस्या का एक ही हल होता है। 

★ इसके द्वारा खोजा गया समाधान बंद अंत ( Close Ended) वाला होता है ।

★ इसमें सृजनात्मकता को बढ़ावा नहीं दिया जाता ।

इसे निगमनात्मक चिंतन भी कहते हैं

आलोचनात्मक चिंतन:- तरह के चिंतन में व्यक्ति किसी वस्तु घटना या सत्य को स्वीकार करने से पहले उसके गुण एवं दोष की परख करता है।

सीटेट परीक्षा में पूछे जाने वाले चिंतन से जुड़े बेहद महत्वपूर्ण सवाल, यहां पढ़िए—CTET 2022 question on convergent and divergent thinking

Q. सृजनात्मक उत्तरों के लिए आवश्यक है

(A) विषय वस्तु आधारित प्रश्न 

(B) मुक्त उत्तर वाले प्रश्न 

(C) एक अत्यंत अनुशासित कक्षा 

(D) प्रत्यक्ष शिक्षण एवं प्रत्यक्ष प्रश्र

Ans- B

Q. आउट ऑफ द बॉक्स चिंतन किससे संबंधित है ?

(A) अनुकूल चिंतन

(B) स्मृति आधारित चिंतन

(C) अपसारी चिंतन

(D) अभिसारी चिंतन

Ans- C

Q. निम्नलिखित में से कौन सा सृजनात्मकता से सम्बन्धित है ?

(A) अभिसारी चिन्तन

(B) सांवेगिक चिन्तन

(C) अहंवादी चिन्तन

(D) अपसारी चिन्तन

Ans- D 

Q. सृजनात्मकता मुख्य रूप से संबंधित होती है ?

(A) अपसारी चिंतन

(B) मॉडलिंग

(C) अभिसारी चिंतन

(D) अनुकरण

Ans- A

Q. अलग-अलग सोच वाले पैटर्न उन बच्चों की पहचान करते हैं, जो –

(A) विकलांग हैं

(B) डिस्लेक्सिक हैं।

(C) सृजनात्मक हैं

(D) प्रत्यास्थी हैं।

Ans- C

Q. निम्नलिखित में से कौन-सा एक उपयुक्त रचनात्मक आकलन कार्य नहीं है-

(A) खुले अंत वाले प्रश्न

(B) परियोजना

(C) अवलोकन

(D) विद्यार्थियों का योग्यता क्रम निर्धारित करना

Ans- D 

Q. ” ग्रेड अंको से कैसे अलग है?” यह प्रश्न निम्न में से किस प्रकार के प्रश्नों से संबंध रखता है-

(A) अपसारी

(B) विश्लेषणात्मक

(C) मुक्त अंत

(D) समस्या-समाधान

Ans- B

Q. प्रवाहपूर्णता, व्याख्या, मौलिकता और लचीलापन ———- के साथ संबंधित तत्व हैं।

(A) गुण

(B) अपसारी चिंतन

(C) त्वरण

(D) प्रतिभा

Ans- B

Q.सृजनात्मकता क्या है ?

(A) समस्याओं के मौलिक और अपसारी समाधानों को पहचानने अथवा तैयार करने की योग्यता

(B) सृजनात्मकता 200 से ऊपर की बुद्धिलब्धि से सर्वाधिक बेहतर ढंग से परिभाषित होती है।

(C) बुद्धि का एक प्रकार जो उन कौशलों से संबंधित है जो संचित किए गए ज्ञान और अनुभव पर निर्भर होते हैं। संबंधित है जो संवित किय

(D) बुद्धि का एक प्रकार जो संसाधन की गति को शामिल करते हुए सूचना प्रकरण कौशली पर अत्यधिक निर्भर होता है।

Ans- 1 

Q. प्रयोग और प्रयोगात्मक कार्य करते हुए श्यामा का निष्पादन कक्षा में सर्वश्रेष्ठ होता है। । उसे बहुत सृजनात्मक शिक्षार्थी माना जाता है । इसलिए वह ….. के द्वारा संकल्पनाओं को सीखती है।

(A) अपसारी चिन्तन

(B) मॉडलिंग

(C) अनुकरण

(D) अभिसारी चिन्तन

Ans- A

Read More:

CTET CDP MOCK TEST 2022: बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के इन सवालों पर मजबूत पकड़ दिलाएगी, CTET में अच्छे अंकों के साथ सफलता

CTET 2022: जीन पियाजे के सिद्धांत से जुड़े ऐसे सवाल जो सीटेट परीक्षा में हर बार पूछे जाते हैं, एक बार जरूर पढ़े

For Latest Update Please join Our Social media Handle

Join us on Telegram – Click Here
Follow Facebook – Click Here
Follow us on Twitter – Click Here

Leave a Comment