नई कविता के प्रमुख कवि एवं रचनाएं || हिंदी​ साहित्य

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Nayi Kavita Ke Kavi Aur Unki Rachnaye: इस आर्टिकल में हम नई कविता के प्रमुख कवि एवं उनकी काव्य कृतियां ( रचनाएं)  आपके साथ शेयर कर रहे हैं जो कि इस प्रकार है।

नई कविता क्या हैं?

नई कविता स्वतंत्रता के बाद लिखी गई वह कविता है जिसमे नवीन भावबोध, नए मूल्य तथा नया शिल्प विधान है। नई कविता मे मानव का वह रूप जो दार्शनिक है, वादों से परे है, जो एकांत मे प्रगट होता है, जो प्रत्येक स्थिति मे जीता है, प्रतिष्ठित हुआ है। उसने लघु मानव को, उसके संघर्ष को बार-बार वण् र्य बनाया है।

नई कविता मे दोनों परिवेशों को लेकर लिखने वाले कवि है। एक ओर ग्रामीण परिवेश, दूसरी ओर शहरी जिसमे कुंठा, घुटन, असमानता, कुरूपता आदि का वर्णन हुआ है।नई कविता को वस्तु की उपेक्षा शिल्प की नवीनता ने अधिक गंभीर चुनौती दी है। नए शिल्प अपनाना और परम्परागत शिल्प को तोड़ना दुष्कर कार्य था। अतएव कुछ कवितायों को छोड़कर छोटी-मोटी कविताओं की प्रचुरता रही। और प्रभावशीलता की दृष्टि से ये छोटी-छोटी रचनाएँ भी बड़े-बड़े वृत्तान्तों से कही अधिक सफल बन पड़ी हैं।

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हिन्दी के कवियों के उपनाम

नई कविता के प्रमुख कवि एवं काव्य कृतियां 

(1) सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ’अज्ञेय’ (1911-1987 ई.)

रचनाएँ 

सम्पादन – दिनमान, प्रतीक, एव्रीमेंस, नवभारत टाइम्स, तार सप्तक, दूसरा सप्तक, तीसरा सप्तक।

काव्य कृतियां 

  •  हरी घास पर क्षण भर
  • बावरा अहेरी
  •  इन्द्रधनुष रौंदे हुए
  • अरी ओ करुणा प्रभामय
  •  आंगन के पार द्वार
  • कितनी नावों में कितनी बार
  • सागर मुद्रा
  •  महावृक्ष के नीचे,
  • क्योंकि मैं उसे जानता हूँ
  •  नदी का बांक पर छाया
  • असाध्य वीणा
  •  चिन्ता
  •  इत्यलम

(2) धर्मवीर भारती (1926-1997 ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  • अन्धा युग
  • कनुप्रिया
  •  सात गीत वर्ष
  • ठण्डा लोहा
  •  देशान्तर

उपन्यास – 1. गुनाहों का देवता, 2. सूरज का सातवां घोङा

सम्पादन

  •  धर्मयुग (साप्ताहिक)
  • निकष
  • आलोचना

कहानी संग्रह 

  •  चांद और टूटे हुए लोग
  • बन्द गली का आखिरी मकान

निबन्ध एवं समीक्षा 

  • ठेले पर हिमालय
  • मानव मूल्य और साहित्य
  • सिद्ध साहित्य
  •  कहनी-अनकहनी
  •  पश्यन्ती
  • प्रगतिवाद एक समीक्षा

(3) सर्वेश्वरदयाल सक्सेना (1927-1983 ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  • काठ की घंटियां
  •  बांस का पुल,
  • एक सूनी नाव
  •  गर्म हवाएं
  •  कुआनो नदी
  • जंगल का दर्द
  •  खूंटियों पर टंगे लोग

उपन्यास – सोया हुआ जल

नाटक-  बकरी 

सम्पादन 

  •  दिनमान
  •  पराग
  •  प्रतीक
  •  नई कविता

(4) गजानन माधव ’मुक्तिबोध (1917-1964 ई.)

रचनाएँ :

काव्य कृतियां 

  • चांद का मुंह टेढ़ा है
  •  भूरी-भूरी खाक धूल

आलोचना 

  •  तार सप्तक के कवि
  • कामायनी एक पुनर्विचार
  •  भारतीय इतिहास और संस्कृति
  • नई कविता का आत्म संघर्ष और अन्य निबन्ध
  •  नए साहित्य का सौन्दर्य शास्त्र

कहानी संग्रह – 1. विपात्र, 2. सतह से उठता आदमी

(5) गिरिजा कुमार माथुर (1919-1994 ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  • मजीर
  • नाश और निर्माण
  •  धूप के धान
  •  साक्षी रहे वर्तमान
  •  भीतरी नदी की यात्रा
  • शिलापंख चमकीले
  • छाया मत छूना
  •  पृथ्वीकल्प
  • कल्पान्तर

आलोचना – नई कविता – सीमाएं और सम्भावनाएँ

(6) भवानीप्रसाद मिश्र (1914-1985 ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  • कमल के फूल
  • वाणी की दीनता
  • टूटने का सुख
  • सतपुङा के जंगल
  •  सन्नाटा
  • गीत फरोश
  •  चकित है दुःख
  •  अन्धेरी कविताएं
  • गांधी-पंचशती
  •  बुनी हुई रस्सी
  • परिवर्तन जिए
  • खुशबू के शिलालेख
  •  व्यक्तिगत
  •  शतदल
  •  इदं न मम
  •  कालजयी
  •  अनाम तुम आते हो
  • व्यक्तिगत

सम्पादन – गांधी वाङ्मय के सम्पादक

(7) नरेश मेहता (1922-2000ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  • वनपंखी सुनो
  • बोलने दो चीङ को
  • पिछले दिनों नंगे पैरों
  • मेरा समर्पित एकान्त
  • उत्सव
  • तुम मेरा मौन हो
  • आखिर समुद्र से तात्पर्य
  •  देखना एक दिन
  •  अरण्या
  •  संशय की एक रात
  •  महाप्रस्थान
  •  प्रबाद पर्व
  •  शबरी
  •  प्रार्थना पुरुष

(8) कुंवर नारायण (1927 ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  •  तीसरा सप्तक में संकलित कविताएं
  •  चक्रव्यूह
  •  आत्मजयी
  • परिवेश-हम तुम
  • आमने-सामने
  • कोई दूसरा नहीं

(9) जगदीश गुप्त (1924-2001 ई.)

 रचनाएँ

काव्यकृतियां 

  •  नाव के पांव
  •  शब्द दंश
  • हिम बिद्ध
  • युग्म
  • छन्दशती
  • गोपा गौतम
  • बोधि वृक्ष
  •  शम्बूक

सम्पादन – नई कविता

आलोचना – नई कविता – स्वरूप और समस्याएं।

(10) शमशेर बहादुरसिंह (1911-1993 ई.)

रचनाएँ

काव्य कृतियां 

  •  दूसरा सप्तक में संकलित कविताएं
  • चुका भी नहीं हूं मैं
  •  इतने पास अपने
  • काल तुझसे होङ मेरी
  •  बात बोलेगी हम नहीं
  •  उदिता

सम्पादन – 1. कहानी 2. नया साहित्य

नई कविता के प्रमुख कवि एवं उनकी रचनाएँ (Nayi Kavita Ke Kavi Aur Unki Rachnaye)

प्रमुख कवि रचनाएँ
भवानी प्रसाद मिश्र  सन्नाटा, गीत फरोश, चकित है दुःख।
कुंवर नारायण  चक्रव्यूह, आमने-सामने, कोई दूसरा नही।
शमशेर बहादुर सिंह काल तुझ से होड़ है मेरी, इतने पास अपने, बात बोलेगी हम नहीं।
जगदीश गुप्त नाव के पाँव, शब्द दंश, बोधि वृक्ष, शम्बूक।
दुष्यंत कुमार सूर्य का स्वागत, आवाजों के घेरे, साये में धूप।
श्रीकांत वर्मा  दिनारम्भ, भटका मेघ, माया दर्पण, मखध।
रघुवीर सहाय  हँसो-हँसो जल्दी हँसो, आत्म हत्या के विरुद्ध।
नरेश मेहता वनपांखी सुनों, बोलने दो चीड़ को, उत्सव।

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