(TOP 150+) संस्कृत विलोम शब्द लिस्ट | Sanskrit Vilom Shabd List

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Sanskrit Vilom Shabd List: इस आर्टिकल में हम संस्कृत के 150 सबसे अधिक प्रयोग होने वाले महत्वपूर्ण विलोम शब्दों की सूची शेयर कर रहे हैं, जो कि सभी कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए उपयोगी है। संस्कृत के विलोम शब्दों को पढ़ने से पहले हम यह जान लेते है की विलोम शब्दों का क्या अर्थ होता है- नीचे परिभाषा से समझें!

विलोमार्थी शब्द किसे कहते हैं?

शब्दों के मध्य का वह संबंध जो अवस्था, कार्य, समय, गुण आदि के आधार पर विपरीत अर्थ को दर्शाता है. विस्तार में : जो शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा अर्थ बताते हैं, उन्हें विलोम शब्द या विपरीतार्थक शब्द कहते है। जैसे- अपेक्षा- नगद, आय- व्यय, आजादी-गुलाम, नवीन- प्राचीन शब्द एक दूसरे के उलटे अर्थ वाले शब्द है। अतः इन्हें ‘विलोम शब्द’ कहते हैं। अत: विलोम का अर्थ है- उल्टा या विरोधी अर्थ देने वाल़ा। विलोम शब्द अपने सामनेवाले शब्द के सर्वदा विपरीत अर्थ प्रकट करते हैं।

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संस्कृत विलोम शब्द लिस्ट (Sanskrit Vilom Shabd List)

अवनति उन्नति
अन्तरंग बहिरंग
अल्पज्ञ बहुज्ञ
अल्यायु दीर्घायु
अन्तर्द्वन्द्व बहिर्द्वन्द्व
अन्तर्मुखी बहिर्मुखी
अपेक्षा उपेक्षा
अग्रजः अनुजः
अज्ञः विज्ञः
अथ इति
अनुग्रह विग्रह
अतिवृष्टिः अनावृष्टिः
आविर्भावः तिरोभावः
आचारः अनाचारः
अधिकांशः अल्पांशः
अपराण पूर्वाह्न
अपररात्र पूर्वरांत्र
अधमर्णः उत्तमर्णः
आर्तिकर आर्तिहर
अवनि अम्बरः
आर्द्रः शुष्कः
अमावस्या पूर्णिमा
अनुलोम प्रतिलोम
अंधकारः प्रकाशः
अल्पसंख्यकः बहुसंख्यकः
असभ्यः सभ्यः
अशिव शिव
अनावरण आवरण
अभीष्टः अनभीष्टः
अनुपस्थितः उपस्थितः
अकर्मण्य कर्मण्य
अपकीर्तिः कीर्तिः
आभ्यन्तर बाह्य
अनिवार्य वैकल्यिक
अग्र पश्चात्
अपकर्ष उत्कर्ष
अवाङ्मुख उन्मुख/ऊर्ध्वमुख
आकीर्ण विकीर्ण
आकर्षण विकर्षण
अत्यधिक स्वल्प
अधित्यका उपत्यका
अधुनातन पुरातन
अनुरक्ति विरक्ति
अमिष निरामिष
आवाहन विसर्जन
आवृत्त अनावृत्त
आध्यात्मिक आधिभौतिक
आकुंचन प्रसारण
अमृतेय विषेय
अङ्गीकारः अस्वीकारः
अक्षम सक्षम
अनुर्वरा उर्वरा
आग्रह दुराग्रह
अनृत ऋत
अनुरक्त विरक्त
अपकारः उपकारः
अधस्तन उपरितन
अन्तर्गत बहिर्गत
‘अन्तर्भूत बहिर्भूत
अत्र तत्र
अत्रत्य तत्रत्य
अधः उपरि
अधिकतम न्यूनतम
अध्यवसाय अनध्यवसाय
अर्पण ग्रहण
अर्पित गृहीत
अश्रु हास
आदत्त प्रदत्त
आदिष्ट निषिद्ध
आवर्तन अनावर्तत
आज्ञा अवज्ञा
ईषत् अलम्
ईश्वरः अनीश्वरः
उ्तम अधम
उच्च निम्न
उत्तरायण दक्षिणायन
उत्कर्ष अपकर्ष
उत्तीर्ण अनुत्तीर्ण
उदयाचल अस्ताचल
उदात्त अनुदात्त
उद्यम निरुद्यम
उन्मीलन निमीलन
उपसर्ग प्रत्यय
संधि विग्रह
उग्र सौम्य
उपार्जितः स्वयंप्राप्तः
उत्खनन निखनन
ऐश्वर्यः अनैश्वर्यः
एकेश्वरवादः बहुदेववादः
उदीची अवाची
करुणः निष्करुणः
उत्पतन निपतन
ऐक्य अनैक्य
ऋजु वक्र
कृतज्ञ कृतघ्न
कृतिम प्राकृत
कनिष्ठः ज्येष्ठः
कुत्सा स्तुति
कलुष निष्कलुष
कृशः स्थूलः
कंटकः निष्कण्टकः
गुरू लघु
गौरव लाघव
गुणवान् गुणातीत
शोषण पोषण
ग्रहण त्याग
ग्रास मोक्ष
चिन्मय स्थावरः
ज्योति तम
जंगमः जड
क्षुद्र महान्
क्षणिक शाश्वत
ज्योत्स्ना तमिना
जागृति सुषुप्ति
तामसिक सात्विक
तीव्र मन्द
तिक्त मधुर
तीक्ष्ण कुंठित
तृषा तृप्ति
देवः दानवः
दीर्घकाय कृशकाय
दिवा रात्रि
दण्डः पुरस्कारः
तरुणः वृद्धः
दुर्गति सद्गति
दृश्य अदृश्य
दुःशील सुशील
निंद्य वंदय
धृष्टः विनीतः
नराधमः नरोत्तमः
निशीथ मध्याह्न
निर्लज्ज सलज्ज
निरक्षरः साक्षरः
प्रवृत्ति निवृत्ति
प्रत्यक्षतः परोक्षतः
पृथु तनु
पण्डितः मूर्खः
प्रलयः सृष्टि
प्रज्ञः मूढ़:
प्रातः सायम्
प्रदोषः प्रत्यूषः
प्रफुल्ल म्लान
प्रभु भृत्यः
प्राची प्रतीची
ब्रह्म जीवः
प्रकट प्रच्छन्न
बद्घः मुक्तः
भर्ता भार्या
मसृण रूक्ष
भूत भविष्य
भ्रान्त निभ्रान्त
मुखर तूष्णीक
मितव्यय अपव्यय
मिथ्या सत्य
यथार्थः कल्पितः
मुख पृष्ठः
रिक्त पूर्ण
यौवन वार्धक्य
व्यष्टि समष्टि
विजय पराजय
विश्लेषण संश्लेषण
वैमनस्य सौमनस्य
वाग्मी मितभाषी
विपद् सम्पद्
विपुल न्यून
श्वासः प्रश्वासः
शत्रु मित्र
शुक्लः कृष्णः
स्वकीया परकीया

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