CTET 2022 CDP previous year MCQ: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है, इस वर्ष दिसंबर माह में आयोजित परीक्षा के परिणाम 9 मार्च 2022 को जारी कर दिए गए हैं इसके साथ ही अब अभ्यर्थी जुलाई माह में आयोजित की जाने वाली सीटेट परीक्षा के नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं देश की सबसे बड़ी पात्रता परीक्षा में से एक मानी जाने वाली इस परीक्षा में प्रतिवर्ष लाखों अभ्यर्थी शामिल होते हैं और अपने शिक्षक बनने के सपने को पूरा करते हैं CTET जुलाई 2022 की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बेहतर परिणाम के लिए आवश्यक है पिछले वर्षो में पूछे गए सवालों (CTET 2022 CDP Previous Year MCQ) का अध्ययन करना, इसी संदर्भ में आज हम आपके लिए बाल विकास शिक्षा शास्त्र की पिछली परीक्षा में पूछे जा चुके कुछ सवाल लेकर आएं।
गौरतलब है कि बालविकास व शिक्षा शास्त्र (Child Development and pedagogy) से पेपर -1 एवं पेपर -2 मे 30 -30 प्रश्न पूछे जाते है वही प्रत्येक पेपर मे कुल 150 प्रश्न पूछे जाते है। सीटीईटी परीक्षा मे CDP टॉपिक से बाल शिक्षा आधारित प्रश्न आते है। अधिकांश अभ्यर्थियो को बच्चो के CDP से जुड़े सवालो के जबाब देने मे कठिनाई होती है।
पिछली परीक्षा में पूछे जा चुके सीडीपी के इन सवालों से करें परीक्षा की बेहतर तैयारी—CTET 2022 CDP Previous Year MCQ for Paper 1 & 2
Q1. निम्नलिखित में से कौन-सा सार्थक अधिगम को सुसाध्य करेगा?
1. कक्षा में संदर्भ रहित अधिगम को बढ़ावा देना।
2. एक समस्या पर विविध तरीकों से विचार करने के लिए प्रोत्साहित करना ।
3. रट्टा मार कर सीखने को प्रोत्साहित करना ।
4. शिक्षक द्वारा श्यामपट पर लिखे गए उत्तरों को नकल करना।
Ans.2
Q2. शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर बहुसंवेदनीय उपागम के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करना चाहिए, क्योंकि
1. यह अधिगम को और अधिक प्रभावशाली बनाता है।
2. यह कुछ बच्चों को शिक्षा से वर्जित करने के मौके देता है।
3. यह अध्यापक की निर्देश अवधि का काफी समय बचाता है।
4. यह बच्चों में आज्ञापरायणता पैदा करता है।
Ans. 1
Q3. बच्चे अक्सर विभिन्न संकल्पों के बारे में वैकल्पिक संकल्पनाएँ और भ्रांतियाँ गठित कर लेते हैं। इस संदर्भ में निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
1. एक अध्यापिका को बच्चों द्वारा गठित वैकल्पिक सकल्पनाओं और भ्रांतियों को सख्त रूप से हतोत्साहित करना चाहिए।
2. बच्चों और वयस्कों में वैकल्पिक संकल्पनाओं और भ्रांतियों का गठन बहुत स्वभाविक है।
3. एक अध्यापिका को निश्चित रूप से इन वैकल्पिक संकल्पनाओं और भ्रांतियों पर गौर करना चाहिए, क्योंकि ये सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में महत्तवपूर्ण हैं।
4. वैकल्पिक संकल्पनाओं और भ्रांतियाँ सदैव निराधार नहीं होती है, बल्कि बच्चों को अपने आस-पास की
Ans. 1
Q4. एक अध्यापिका अपनी कक्षा के लिए लेव वायगोत्सकी के सामाजिक संरचनावादी सिद्धांतों पर आधारित शिक्षण अधिगम प्रक्रिया तैयार करना चाहती है। उसे निम्न में से किसके प्रयोग से बचना चाहिए
1. सामाजिक संदर्भों पर आधारित शिक्षण अधिगम की अभिकल्पना करना।
2. विद्यार्थियों के अधिगम प्रयासों का गहन अवलोकन करना ।
3. अधिगम के आकलन के लिए मानकीकृत परीक्षाओं का इस्तेमाल ।
4. आवश्यकता के अनुसार पाड़ / सहारे का प्रयोग।
Ans. 3
Q5.अगर विद्यार्थी अपने कार्य की सफलता को आंतरिक कारणों पर आरोपित करते हैं, तो उनमें
1. शर्म
2. गुस्सा
3. गर्व
4. उत्कण्ठा
Ans. 3
Q6. समकालीन विचारधाराओं के अनुसार, बाल विकास की प्रक्रिया
1. सभी बच्चों के लिए एक समान है और सभी बच्चे एक निश्चित आयु तक आते-आते विशिष्ट निर्धारित लक्ष्य अवश्य प्राप्त कर लेते हैं।
2. बहुआयामी है, क्योंकि बच्चे विभिन्न प्रकार के संदर्भों में पलते-बढ़ते हैं।
3. का पूर्वानुमान बिल्कुल नहीं लगाया जा सकता, यद्यपि विकास सभी के लिए एक दिशात्मक होता है।
4. सिर्फ माता-पिता से प्राप्त आनुवंशिक गुणों द्वारा ही निर्धारित होती है।
Ans.2
Q7 विकास का सिद्धांत बताता है कि गामक कौशलों का विकास शरीर के मध्य से आरंभ होकर शरीर के सिरों की औरबढ़ता है।।
1. घुमावदार
2. विशिष्टता
3. अधोगामी
4. शीर्षगामी
Ans. 3
Q8 विकास की किस अवस्था में बच्चे कल्पनाशीलता वाले खेल में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं?
1. शैशवावस्था
2. प्रारंभिक बाल्यावस्था
3. मध्य बाल्यावस्था
4. किशोरावस्था
Ans. 2
Q9. निम्न में से अधिगम का कौन-सा परिप्रेक्ष्य यह कहता है कि ठोस प्रलोभनों और पुरस्कारों द्वारा विद्यार्थियों को सीखने के लिए अभिप्रेरितकिया जा सकता है?
1. मानवतावादी
2. व्यवहारात्मक
3. संज्ञानात्मक
4. सामाजिक-सांस्कृतिक
Ans. 2
Q10. निम्न में से कौन-सी बच्चों के समाजीकरण की द्वितीयक संस्थाएँ हैं?
(i) परिवार
(ii) मीडिया
(iii) धार्मिक संस्थाएँ
(iv) विद्यालय
1. (i) (ii) (iv)
2. (i) (iii) (iv)
3. (ii) (iii) (iv)
4. (i) (iv)
Ans. 3
Q11. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, मूर्त- संक्रियात्मक चरण में बालक निम्न में से क्या कर पाने के योग्य होता है ?
1. प्रतिवर्तन
2. परिकल्पना आधारित निगमनात्मक तार्किक चिंतन
3. अमूर्त चिंतन
4. प्रतिज्ञाप्ति चिंतन
Ans.1
Q12.निम्नलिखित में से कौन-सा चरण, लारेंस कोहलेबर्ग द्वारा दिए गए नैतिक विकास के सिद्धांत में शामिल नहीं है?
1. पारंपरिक चरण
2. अपारंपरिक चरण
3. उत्तर- पारंपरिक चरण
4. पूर्व-पारंपरिक चरण
Ans. 2
Q13. लेव वायगोत्सकी ने अपने सामाजिक संरचनावाद सिद्धांत में, निम्न में से किसे विद्यार्थियों में अधिगम को सुसाध्य करने हेतु उपयुक्तबताया है?
1. सहकर्मी सहयोगता
2. सांस्कृतिक उपकरणों का अहस्तक्षेप
3. रट कर याद करने पर बल
4. गैर-संदर्भित पाठ्यक्रम
Ans. 1
Q14. रूचि को तीन पेंसिलें दिखाई जाती हैं, वह देखती है कि पेंसिल ‘क’, पेंसिल ‘ख’ से बड़ी है और पेंसिल ‘ख’, पेंसिल ‘ग’ से बड़ी है। जब रूचि यह निष्कर्ष निकालती है कि ‘क, ‘ग’ से बड़ी है, तो वह जीन पियाजे के किस संज्ञात्मक विकास की विशेषता को दर्शाती है?
1. क्रमबद्धता
2. संरक्षणसकर्मक अनुमान
3. परिकल्पना आधारित
4. निगमनात्मक तर्क
Ans. 3
Q15. किसी प्रगतिवादी कक्षा के बारे में एक अध्यापिका का क्या विश्वास होना चाहिए?
1. कक्षा हमेशा कठोर नियन्त्रण में रहे और सिर्फ अध्यापक को निर्देश देने चाहिए।
2. अधिगम केवल कक्षा में ही होता है।
3. कक्षा में विद्यार्थी अपने साथ विविध प्रकार के समृद्ध अनुभव लाते हैं।
4. विद्यार्थी केवल ड्रिल और अभ्यास के माध्यम से ही सबसे अधिक सार्थकता से सीखते हैं।
Ans. 3
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यहां हमने आगामी सीटेट परीक्षा के लिए (CTET 2022 CDP Previous Year MCQ) पिछले वर्षो में पूछे जा चुके बाल विकास और शिक्षाशास्त्र के महत्वपूर्ण सवालों का अध्ययन किया CTET सहित सभी TET परीक्षाओ की ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे टेलेग्राम चैनल के सदस्य जरूर बने। आप CTET परीक्षा से संबन्धित किसी भी जानकारी के लिए नीचे कमेंट करके अपने प्रश्न पूछ सकते है।.
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