CTET 2022: गणित पेडगॉजी में NCF-2005 से पूछे जाने वाले 15 संभावित प्रश्न, यहां पढ़िए

Math Pedagogy Question Based on NCF 2005: देश के ऐसे युवा जो शिक्षण के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की चाह लिए प्रतिवर्ष शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी करते हैं उन्हें सीबीएसई के द्वारा CTET परीक्षा के आयोजन की तिथि जारी होने का इंतजार है फिलहाल परीक्षा के आवेदन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है जिसमें शामिल होने के लिए लाखों अभ्यर्थियों ने अपने आवेदन किए हैं  यदि आप भी केंद्रीय विद्यालयों में शिक्षक बनने का सपना लिए इस पात्रता परीक्षा का हिस्सा बनने जा रहे हैं तो यहां हम ‘गणित पेडागोजी’ के अंतर्गत NCF-2005 से पूछे जाने वाले कुछ बेहद महत्वपूर्ण सवालों (Math Pedagogy Question Based on NCF 2005) को आपके लिए लेकर आए हैं, जिनका अभ्यास आपको परीक्षा में 1 से 2 अंक दिलाने में सहायक होगा, इसलिए एक बार जरूर पढ़ लेवे.

सीटेट 2022 में आपके अंको को बढ़ाएंगे NCF-2005 के यह सवाल—CTET Exam 2022 math pedagogy question based on nCF 2005

1. As per NCF 2005, one main goal of Mathematics education in schools is to –

 एन.सी.एफ. 2005 के अनुसार, विद्यालयों में गणित शिक्षा का एक मुख्य उद्येश्य यह है

(a) develop numeracy skills / संख्या संबंधी कौशल का विकास करना

(b) enhance problem solving skills / समस्या समाधान कौशल का विकास करना

(c) nurture analytical ability / विष्लेष्णात्मक योग्यता को पोषित करना

(d) mathematise the child’s thought process / बच्चे की चिंतन प्रक्रिया का गणितीयकरण करना

Ans- d 

2. “It is more useful to know how to mathematize than to know a lot of Mathematics.” This statement is given by –

अधिक गणित जानने की अपेक्षा यह जानना अधिक उपयोगी है कि गणितीयकरण कैसे किया जाए यह कथन ———— के द्वारा दिया गया है।

(a) David Wheeler / डेविड व्हीलर

(b) George Polya / जॉर्ज पोल्या

(c) Van Hiele / वेन हाइल

(d) Vygotsky / वाइगोत्स्की  

Ans- a 

3. As per the NCF, 2005 –

 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, 2005 के अनुसार –

(a) narrow aim of teaching Mathematics at school is to teach number system and higher aim is to teach algebra / स्कूलों में गणित शिक्षण का संकीर्ण उद्येश्य अंक प्रणाली पढ़ाना और उच्चतर उद्येश्य बीजगणित पढ़ाना है

(b) narrow aim of teaching Mathematics at school is to teach calculation and higher aim is to teach measurements / स्कूलों में गणित शिक्षण का संकीर्ण उद्येश्य परिकलन सिखाना और उच्चतर उद्येश्य मापन सिखाना है

(c) narrow aim of teaching Mathematics at school is to develop numeracy-related skill and higher aim is to develop problem solving skill / स्कूलों में गणित शिक्षण का संकीर्ण उद्येश्य संख्या-संबंधी कौशल विकसित करना और उच्चतर उद्येश्य समस्या हल करने का कौशल विकसित करना है।

(d) narrow aim of teaching Mathematics at school is to teach arithmetic and higher aim is to  teach algebra / स्कूलों में गणित शिक्षण का संकीर्ण उद्देश्य अंकगणित पढ़ाना और उच्चतर उद्देश्य बीजगणित पढ़ाना है

Ans- c 

4. As per NCF 2005, Mathematics curriculum is ambitious, coherent and teaches important Mathematics. Here ‘ambitious’ refers to –

एन. सी. एफ. 2005 के अनुसार, गणित की पाठ्यचर्या महत्वाकांक्षी का अर्थ है –

(a) seek narrow aims of teaching Mathematics in school / विद्यालय में गणित शिक्षण के संकीर्ण उद्येश्यों को खोजना

(b) seek higher aims of teaching Mathematics in school / विद्यालय मे गणित शिक्षण के उच्च उद्येश्यों को खोजना

(c) teach more than one way of solving problems of Mathematics / गणित की समस्याओं को हल करने के एक अधिक तरीको का शिक्षण

(d) teach variety of Mathematics like arithmetic, algebra, geometry and data handling/fafarer के गणित का शिक्षण, जैसे- अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिती और आंकड़ा प्रबंधन

Ans- b 

5. As per NCF 2005, the goal of mathematics teaching in school curriculum is that children learn “Important Mathematics”. Important Mathematics implies / राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एन.सी.एफ.) 2005 के अनुसार, विद्यालय पाठ्यचर्या में गणित के अध्यापन का लक्ष्य होना चाहिए कि बच्चे प्रभावशाली गणित सीखा प्रभावशाली गणित का अर्थ है

(a) Verifying geometrical theorems in Maths Lab / गणित की प्रयोगशाला में ज्यामितीय प्रमेयों की जांच करना।

(b) Knowing mathematical procedures and algorithms / गणितीय कार्यपद्धतियों और परिकलन प्रक्रियाओं (एल्गोरिथ्म) का ज्ञाना

(c) Solving mathematical games and puzzles / गणितीय खेलो और पहेलियों को हल करना।

(d) Understanding appropriate use of learnt mathematical techniques सीखी गई गणितीय तकनीकों को समझ कर उनका विनियोजित (उचित) उपयोग करना।

Ans- d 

6. The twin premises to fix the place of Mathematics teaching in our school curriculum are –

हमारी विद्यालयी पाठ्यचर्या में गणित शिक्षण के स्थान को सुनिश्चित करने के लिए युगल आधार – वाक्य हैं

(a) “how to engage the mind of every student” and “how to strengthen the student’s resources.” / “किस प्रकार प्रत्येक शिक्षार्थी के मस्तिष्क को व्यस्त रखा जाए और किस प्रकार शिक्षार्थियों के संसाधनों को सुदृढ़ बनाया जाए।” 

(b) “how to improve the reasoning ability of every student” and “how to enhance his spatial ability.” / “किस प्रकार प्रत्येक शिक्षार्थी की तर्कणा शक्ति में सुधार किया जाए” और “किस प्रकार उसकी स्थानिक योग्यता को बढ़ाया जाए”

(c) “how to raise the performance of every student in Mathematics” and “how to prepare meritorious students for international olympiads” / किस प्रकार गणित में प्रत्येक शिक्षार्थी के निष्पादन को बढ़ाया जाए और “किस प्रकार अंतर्राष्ट्रीय अलपियाड के लिए मेधावी शिक्षार्थियों का तैयार किया जाए

(d) “how to make the Mathematics class more activity-oriented” and “how to enhance the procedural skills and understanding of algorithms in every student / गणित की कक्षा को किस प्रकार अधिक क्रियाकलाप- उन्मुखी बनाया जाए और किस प्रकार प्रत्येक शिक्षार्थी में प्रक्रमण कोशलों का विकास और एल्गोरिदम की समझ को बढ़ाया जाए।”

Ans- a 

7. According to NCF 2005, school Mathematics takes place in a situation where –

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एन. सी. एफ.) 2005 के अनुसार, विद्यालय मेन गणित उन परिस्थितियों में पनपता है जबकि

(a) Children are forced to learn all concepts by daily practice. / दैनिक अभ्यास से बच्चों को सभी संकल्पनाएँ सीखने के लिए विवश किया जाए।

(b) Children are listeners and the teacher is an active narrator. / बच्चे सुनते हैं और अध्यापक सक्रियतासे व्याख्या करता है।

(c) Children are involved in chorus drill of formulae and pressure of performance in examination. । बच्चे एक साथ सूत्रों का अभ्यास करते हैं और उन पर परीक्षा में प्रदर्शन करने का दबाव होता है।

(d) Mathematics is part of children’s life experience. / गणित बच्चों के जीवन के अनुभवो का हिस्सा हो जाए

Ans- d 

8. As per the Vision statement of NCF 2005, School Mathematics does not take place in a situation, where children 

एन. सी. एफ. 2005 के लक्ष्य कथन के अनुसार, विद्यालयी गणित उस स्थिति में नहीं होता, जहां बच्चे

(a) learn to enjoy Mathematics / गणित का आनंद उठाने के लिए सीखते हैं।

(b) see Mathematics as a part of their daily life experience / गणित को अपने दैनिक जीवन के अनुभवों के रूप में देखते हैं

(c) pose and solve meaningful problems / अर्थपूर्ण समस्याओं को रखते और हल करते हैं। 

(d) memorise formulae and algorithms / सूत्रो और एल्गोरिदम को कठस्थ करते हैं

Ans- d 

9. One of the major reasons for student’s failure in Mathematics at school level is that our assessment process –

विद्यालय स्तर पर गणित में शिक्षार्थियों की असफलता का एक मुख्य कारण यह है कि हमारी आकलन प्रक्रिया

(a) emphasizes on testing of procedural knowledge than mathematisation of abilities / योग्यताओं के गणितीयकरण की अपेकषा प्रक्रमण संबंधी ज्ञान के परीक्षण पर बल देती है।

(b) is gender biased and asks problems relevant to boys’ interests / जेंडर सम्बन्धी पक्षपात करती है। और लड़कों के रुचि क्षेत्रों के संदर्भ में प्रासंगिक समस्याएँ पूछती है।

(c) is more subjective in nature and less or no objective type of questions are included / अपनी प्रकृति में अधिक विषयनिष्ठ है और वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न कम होते है या बिलकुल शामिल नहीं होते।

(d) gives more weightage to formative assessment than summative assessment / योगात्मक आकलन कि अपेक्षा रूपात्मक आकलन पर अधिक बल देती है

Ans- a 

10. According to NCF 2005, one of the reasons in children having fear of failure in Mathematics is ‘Design of Test’. Design of Test here refers to –

NCF 2005 के अनुसार, विद्यार्थी में गणित में अनुतीर्ण होने के डर का एक कारण ‘परीक्षा की संरचना’ भी है। यहाँ परीक्षण की संरचना किस की ओर संकेत करता है।

(a) number of questions asked from each Unit / हर इकाई से पूछे गए प्रश्नों की संख्या

(b) typology of questions like multiple choice questions, short-answer and long answer questions / बहुविकल्पी प्रश्न, लघुत्तर, दीर्घ उत्तर वाले प्रश्न जैसे प्रश्नों की टाइपोलाजी

(c) type of questions testing knowledge and procedural memory / ज्ञान और प्रकामण स्मृति को जाँचने के लिए प्रश्नो के प्रकार

(d) marks allotted to each unit of the Mathematics syllabus / गणित पाठ्यक्रम की हर इकाई को आवंटित अक

Ans- c 

11. ‘Tall shape of Mathematics’ mentioned in NCF, 2005 refers to –

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा, 2005 में उल्लिखित, गणित की लंबी आकृति संकेत करती है।

(a) solving challenging problems / चुनौती समस्याओं को हल करना

(b) creating Maths game / गणित के खेलों का सृजन

(c) providing hands-on experience / हस्तसिद्ध अनुभव प्रदान करना

(d) building of one concept on other / एक संकल्पना पर दूरी संकल्पना बनाना

Ans- d 

12. Which of the following is not an objective of teaching mathematics according to NCF, 2005?

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 के अनुसार गणित शिक्षण का उद्येश्य निम्नलिखित में से कौन-सा नहीं है ? 

(a) Making mathematics part of child’s life experiences / गणित को बच्चे की जिंदगी के अनुभवों का भाग बनाना

(b) Promoting problem solving and problem solving skills / समस्या समाधान और समस्या प्रस्तुत करने के कौशल को प्रोत्साहित करना

(c) Promoting logical thinking / तर्कसंगत विचारों को प्रोत्साहित करना

(d) Preparing for learning higher and abstract mathematics / गणित में उच्चतर और अमूर्त पढाई की तैयारी करना

Ans- d 

13. NCF 2005 emphasises that –

 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005 किस पर बल देती है?

(a) Succeeding in Mathematics should be mandatory for every child. / गणित में सफलता प्रत्येक बच्चे के लिए आवश्यक है।

(b) Students should be tested first for their logico mathematical ability. / शिक्षार्थियों की तार्किक- गणितीय योग्यता के लिए पहले उनकी परीक्षा होनी चाहिए

(c) Maths curriculum shall be separate for low achievers. / निम्न उपलब्धिकर्ताओं के लिए गणित- पाठ्यचर्या अलग होगी

(d) Maths shall be taught to selective students. / गणित चयनित शिक्षार्थियों को पढ़ाया जाएगा

Ans- a

14. NCF 2005 emphasises on Constructivist Approach of leaming as it focuses on –

राष्ट्रीय पाठ्यचर्या कि रूपरेखा 2005 अधिगम के रचनावादी उपागम पर बल देती है, क्योंकि वह ———- पर केन्द्रित है।

(a) memorization of definitions and formulae. / परिभाषाओं और सूत्रों को याद करने

(b) submission of regular homework. / नियमित गृह कार्य जमा कराने

(c) active participation of learner through engaging activities. / गतिविधियों में शामिल करते हुए शिक्षार्थिया कि सक्रिय भागीदारिता

(d) effective lecture and instructions by teacher. / शिक्षक द्वारा प्रभावी व्याख्यान और अनुदेशन

Ans- c 

15. Present NCERT text-books on Mathematics are written keeping in mind the recommendations of –

गणित की वर्तमान एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्य-पुस्तकें किस की अनुशंसाओं को ध्यान में रखकर लिखित गई हैं।

(a) National Curriculum Framework 2005 / राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2005

(b) National Policy on Education 1986 / राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986

(c) Syllabus prescribed by CBSE in 2006 / 2006 में सी.बी.एस.ई. द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रम

(d) Syllabus prescribed by State Board in 2006 / 2006 में राज्य बोर्ड द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रम 

Ans- a 

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