CTET Jean Piaget Theory Based MCQ Test 2023: जुलाई माह में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 का आयोजन होने जा रहा है जिसमें शिक्षक बनने का सपना लिए लाखों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल होंगे सीबीएसई के द्वारा परीक्षा के प्रारंभ होने की तिथि अभी जारी नहीं की है उम्मीद है इस माह के अंत तक एग्जाम डेट घोषित कर दी जाएगी ऐसे में आवेदकों को अपनी तैयारियों पर फोकस करना बेहद जरूरी है.
बता दें कि केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में बाल विकास शिक्षा शास्त्र की एक अहम भूमिका होती है स्कोरिंग टॉपिक है जिससे दोनों पेपर में प्रश्न पूछे जाते हैं आज हम यहां जीन पियाजे के सिद्धांत से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों को आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं, जिनकी पेपर में पूछे जाने की संभावना प्रबल है.
जीन पियाजे के सिद्धांत से जुड़े इन सवालों का निकाले हल ,और जाने! अपना स्कोर—MCQ based on Jean piaget theory for CTET exam 2023 paper 1 and Paper 2
Q. जीन पियाजे के अनुसार आत्मकेन्द्रियता के क्या मायने हैं?
A. किसी स्थिति के एक से ज्यादा आयाम पर विचार करने की क्षमता ।
B. सोच प्रक्रिया को मानसिक संरचनाओं के आधार पर संगठित करना ।
C. मौजूदा स्कीमा का उपयोग करते हुए संसार की समझ बनाना ।
D. दूसरों के अनुभवों व सांसारिक दृष्टिकोण को अपनी दृष्टि से देखने की प्रवृति ।
Ans- D
Q. जीन पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियात्मक अवस्था में बच्चे तर्कपूर्ण ढंग से सोच पाते हैं पर उन्हें……में कठिनाई आती है।
A. प्रतिकात्मक प्रतिनिधित्व
B. संरक्षण के कार्य
C. परिकल्पित निगमनात्मक तर्क
D. क्रमबद्धता के कार्य
Ans- C
Q. जीन पियाज़े के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, अधिकतर बच्चे किस स्तर पर सामाजिक मुद्दों और न्याय के प्रति समझ स्थापित कर लेते हैं ?
A. संवेदी- गामक
B. पूर्व-संक्रियात्मक
C. मूर्त संक्रियात्मक
D. औपचारिक संक्रियात्मक
Ans- D
Q. जीन पियाज़े के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, किस चरण पर बच्चे दूसरों का अनुसरण / नकल करना शुरू कर देते हैं ?
A. संवेदीगामक
B. पूर्व-संक्रियात्मक
C. मूर्त संक्रियात्मक
D. संक्रियात्मक औपचारिक
Ans- A
Q. जीन पियाज़े के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धान्त के अनुसार, एक अध्यापिका 7-11 वर्ष की अवस्था वाले विद्यार्थियों को स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए ऐसा कार्य देती है जिसमें की आवश्यकता है ।
A. परिकल्पनात्मक-निगमनात्मक तार्किकता
B. प्रतिवर्ती चिंतन ( पलटवाँ)
C. निष्क्रिय अनुसरण
D. वस्तु स्थायित्व
Ans- B
Q. निम्न में से कौन-सी एक संरचनावादी अध्यापक की विशेषता है ?
A. बहुत अमूर्त विचारों पर आधारित पाठ तैयार करना ।
B. अकेले हल करने के लिए बहुत सारी समस्याएँ देना ।
C. अधिगम का मूल्यांकन अर्धकालीन परीक्षाओं के आधार पर करना ।
D. ऐसी गतिविधियाँ आयोजित करना जिससे विद्यार्थियों की अवधारणाओं को चुनौती मिले ।
Ans- D
Q. जीन पियाज़े के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार, किस चरण पर बच्चे घटनाओं को भूत, वर्तमान और भविष्यकाल के सही क्रम में याद रखना शुरू कर देते हैं ?
A. संवेदीगामक
B. पूर्व-संक्रियात्मक
C. मूर्त संक्रियात्मक
D. औपचारिक संक्रियात्मक
Ans-C
Q. एक विद्यार्थी निरीक्षण करता है कि छड़ A, छड़ B से लम्बी है तथा छड़ B, छड़ C से लम्बी | है । इस निरीक्षण के आधार पर विद्यार्थी यह निष्कर्ष निकालता है कि छड़ A, छड़ C से लम्बी है, परन्तु जब यही समस्या उससे मौखिक रूप से पूछी जाती है, तो वह सही निष्कर्ष नहीं निकाल पाता । पियाज़े के सिद्धांत के अनुसार, विद्यार्थी संज्ञानात्मक विकास की किस अवस्था में है ?
A. मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
B. औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
C. संवेदी-गामक अवस्था
D. पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था
Ans- A
Q. संज्ञानात्मक विकास के किस चरण में बच्चे अनुमान लगाने व अमूर्त चिंतन करने के कौशल हासिल कर लेते हैं ?
A. संवेदी चालक
B. पूर्व संक्रियात्मक
C. मूर्त संक्रियात्मक
D. औपचारिक संक्रियात्मक
Ans- D
Q. जीन पियाजे के सिद्धांत में जब बच्चा नए अनुभव के लिए मौजूदा स्कीमा को संशोधित करता है, वह प्रक्रिया क्या कहलाती है ?
A. समायोजन
B. संगठन
C. अभिसंज्ञान
D. पाड़
Ans- A
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