NEET UG 2022 postponement News Report: नेशनल टेस्टिंग एजन्सि यानि एनटीए द्वारा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, स्नातक (NEET, UG) की परीक्षा 17 जुलाई 2022 को कराना निश्चित किया गया है। लेकिन नीट अभ्यर्थी लगातार इस परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। एनटीए तथा सरकार की ओर से नज़रअंदाज़ की जा रही उनकी मांग को देखते हुए अब ये परेशान अभ्यर्थी भूख हड़ताल करने को मजबूर है ताकि उनके द्वारा की जा रही मांगों का समाधान किया जाए।
तनाव से परेशान अभ्यर्थी, तैयारी के लिए नहीं मिला पर्याप्त समय
अभ्यर्थियों के अनुसार, चूँकि सीबीएसई तथा अन्य बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन में देरी हुई है, जिससे अभ्यर्थियों को नीट परीक्षा की तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला है। ऐसे में एनटीए की ओर से नीट परीक्षा के आयोजन में जल्दबाज़ी करना ठीक नहीं है। बता दें, परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय न मिलने से अभ्यर्थियों पर अनावश्यक दबाव पड़ रहा है, जिससे अधिकतर अभ्यर्थी तनाव से ग्रसित हो रहे हैं। ऐसे में तनावग्रसित मनःस्थिति से किसी भी अभ्यर्थी के लिए परीक्षा की तैयारी करना सरल नहीं है।
प्रधानमंत्री से गुहार लगाने को मजबूर, आज से करेंगे भूख हड़ताल
अनावश्यक तनाव से बचाने तथा परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समयावधि की मांग को रखते हुए अभ्यर्थी नीट परीक्षा को केवल 30 से 40 दिनों तक स्थगित करने की गुहार लगा रहे हैं। काफी समय से सोशल मीडिया पर चलाये जा रहे ऑनलाइन कैम्पेन के बाद भी अब तक अभ्यर्थियों को एनटीए की ओर से केवल निराशा ही हाथ लगी है। अभ्यर्थियों द्वारा एनटीए, फिर केंद्रीय शिक्षा मंत्री तथा अब प्रधानमंत्री से मामले में हस्तक्षेप की आशा लेकर ट्विटर पर लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं।
चूँकि अब तक एनटीए या किसी भी बड़े अधिकारी की ओर से इस मामले पर कोई संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, अतः हताश अभ्यर्थी अपनी मांगों के समाधान के लिए भूख हड़ताल करने को मजबूर हैं। अभ्यर्थियों का कहना है, जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं जाता, तब तक वे इसी प्रकार भूख हड़ताल करेंगे।
तमिलनाडू में एक नीट अभ्यर्थी नें की ख़ुदकुशी
जहां एक ओर अभ्यर्थी भूख हड़ताल करने को मजबूर हैं, वहीं दूसरी ओर तमिलनाडू राज्य में नीट के एक अभ्यर्थी द्वारा सुसाइड करने की खबर भी सामने आई है। बताया जा रहा है, कि अभ्यर्थी परीक्षा को लेकर लंबे समय से तनाव में थी। ऐसी परिस्थिति के बाद भी एनटीए की ओर से परीक्षा के स्थगन को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अतः यह जानना आश्चर्यजनक होगा कि एनटीए द्वारा इन अभ्यर्थियों की मांग को लेकर कोई महत्वपूर्ण व संतोषजनक फैसला लिया जाएगा या नहीं।
ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे #PMOHelpNeetUgAspirant तथा #HungerStrikeforNEETUG जैसे हैशटैग
ट्विटर पर नीट अभ्यर्थियों द्वारा #PMOHelpNeetUgAspirant तथा #HungerStrikeforNEETUG जैसे हैशटैग के साथ नीट यूजी के स्थगन की मांग को लेकर ट्वीट किए जा रहे हैं। एक यूज़र मो. अज़ीम भूख हड़ताल का साथ देते हुए अपने ट्वीट में लिखते है “एक्ज़ाम में मरने से अच्छा है, हम भूख से मरें। इस बार सरकार को झुकना होगा।”
यूज़र सोनम अपने ट्वीट में लिखती हैं “एड्मिट कार्ड जारी होने से पहले ये लास्ट चान्स है, सरकार पर दवाब बनाने का।” बता दें, सोनम भी नीट स्थगन को लेकर चल रही भूख हड़ताल का साथ दे रही हैं।
इसी प्रकार अन्य अभ्यर्थियों द्वारा भी आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। अभ्यर्थियों की इस समस्या का क्या उपाय निकाला जाता है या परीक्षा स्थगन को लेकर क्या फैसला लिया जाता है। यह अवश्य देखने लायक होगा।
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