PIB Fact Check: केंद्र सरकार के नाम से चल रही फर्जी योजनाओं से रहें सावधान, इन योजना के नाम पर ऐंठे जाते हैं पैसे 

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PM VANDI Scheme PIB Fact Check : इंटरनेट पर कई ठगों द्वारा केंद्र सरकार के नाम से आए दिन कई फर्जी योजनाएँ चलाई जाती है। ये जालसाज इन योजनाओं के सहारे आम जनता को लुभाने के लिए तरह-तरह के प्रयास करते हैं, तथा उनसे पैसे ऐंठनें एवं ठगी करने की कोशिश करते हैं। ऐसे ठग योजना को और विश्वसनीय दिखाने के लिए शासकीय विभागों तथा कार्यालयों के प्रतीक चिन्हों का प्रयोग भी करते हैं एवं इनके द्वारा फर्जी वेबसाईटें भी बनाई जाती हैं। अतः हमारा फर्ज़ है आम जनता को सचेत करना, ताकि वे ऐसी किसी योजना का शिकार न बनें। 

गौरतलब है, कि आजकल इंटरनेट पर योजनाओं के नाम पर पैसों की ठगी करना एक आम बात हो गई है। इन ठगों से अनभिज्ञ जनता अक्सर ऐसी फर्जी योजनाओं के झांसे में आकार इस प्रकार की ठगी का शिकार बनती हैं। यदि आप इससे बचना चाहते हैं एवं जानना चाहते हैं, कि इन योजनाओं को किस प्रकार जांचा जा सकता है, तो इस लेख को अवश्य अंत तक पढ़ें। 

‘पीएम-वाणी’ भी है ऐसी ही एक फर्जी योजना 

बीते दिनों इंटरनेट पर ‘पीएम-वाणी’ नाम की एक फर्जी योजना का लेटर बहुत वायरल हो रहा था। इस लेटर में बताया जा रहा था, कि योजना के अंतर्गत 650 रु. के पंजीयन शुल्क के स्थान पर पंजीकृत व्यक्ति को फ्री वाई-फ़ाई पैनल तथा 15,000 रु. माह की नौकरी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त उन्हें 20 लाख रु. का अग्रिम भुगतान किया जाएगा, एवं योजना को विश्वसनीय दिखने के लिए लेटर में 20 वर्षों के कोर्ट के एग्रीमेंट की बात भी कही गई है। हालांकि बता दें, जांच करने पर यह पाया गया, कि सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। यह योजना केवल पैसे ऐंठने के लिए चलाई जा रही एक फर्जी योजना है। 

जानें कैसे कर सकते हैं योजना को सत्यापित 

यदि आप ऐसी ठगी से बचना चाहते हैं, तो आप निम्न प्रकार से योजना को सत्यापित (Verify) कर सकते हैं- 

1. आम जनता योजना से संबन्धित विवरण संबन्धित की आधिकारिक वेबसाइट (जिस विभाग/मंत्रालय से योजना संबन्धित है) पर देखें, कि ऐसी किसी योजना की कोई जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है या नहीं। 

2. इसके अतिरिक्त आप योजना की जानकारी सरकार की नोडल एजन्सि प्रैस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानि पीआईबी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी चेक कर सकते हैं। पीआईबी द्वारा संदिग्ध व फर्जी योजनाओं की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड की जाती है। 

3. यदि पीआईबी की वेबसाइट पर इससे संबन्धित कोई जानकारी नहीं है, तो आप सत्यापन के लिए ये जानकारी पीआईबी के अधिकृत ई-मेल पर मेल करें। जांच में योजना संदिग्ध एवं गलत पाई जानें पर पीआईबी द्वारा इसकी सूचना दे दी जाएगी।

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