Success Story: चार बार फेल होकर पाँचवे प्रयास में 153वी रेंक लाकर बने IPS बने शुभम् अग्रवाल, युवाओं को दे रहे है गाइडेंस

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Success Stories: भारत में हर साल लाखों युवा संघ लोकसेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा के लिए परीक्षा की तैयारी करते है पर बहुत कम ही इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते है। कई सालो की तैयारी के बाद भी इस परीक्षा में सफलता मिलना सुनिश्चित नहीं होता है, ऐसें में कई अभ्यर्थियों के हौसले टूट जाते है तो वही कई युवा अपनी ग़लतियों से सीखकर कामयाबी के शिखर तक पहुँच ही जाते है।

आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसें ही युवा शुभम् अग्रवाल की कहानी आपके साथ शेयर कर रहे है जिन्होनें 7 साल की कड़ी महनत के बाद सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की, इस दौरान वे 4 बार फेल हुए तथा अपने पाँचवे प्रयास में एक IPS अधिकारी बने।

मध्यप्रदेश के ग्वालियर ज़िले के डबरा गाँव के रहने वाले शुभम् अग्रवाल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गाँव से पूरी की थी इसके बाद आगे पढ़ाई करने के लिए वे भोपाल चले गये। शुभम् ने भोपाल के प्रतिष्ठित एक्सीलेंस कॉलेज से साल 2014 में इकोनॉमिक्स में ग्रैजुएक्शन पूरा किया। पढ़ाई पूरी होने के बाद उनका रुझान सिविल सेवा की नौकरी की ओर गया, अपने पिता के सपोर्ट करने पर उन्होंने अपना करियर सिविल सेवा में बनाने की ठानी, जिसके लिए उन्होंने दिल्ली जा कर एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लेकर यूपीएससी की तैयारी शुरू की।

पहले प्रयास में मिली असफलता

शुभम ने  अपने सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्प्ट में प्रीलिम्स पर फोकस किया जिस में वे सफल भी हुए लेकिन इस दौरान उन्होंने मेंस की तैयारी पर ध्यान नहीं दिया नतीजा यह रहा कि वह अपने पहले प्रयास में बुरी तरह असफल हो गए।

कई प्रयास के बाद भी नहीं मिली सफलता

शुभम ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में बताया कि यूपीएससी की अपनी यात्रा में वह कई बार असफल हुए परंतु घरवालों के सपोर्ट ने उन्हें बहुत सहारा दिया जिस कारण उन्होंने हर ना मानकर अपनी ग़लतियों से सीखा तथा दोबारा प्रयास किये। लगातार तीन बार फेल होने के बाद उनका धैर्य जवाब देने लगा था इस बीच उन्होंने योग और व्यायाम के जरिए अपना फोकस दोबारा पढ़ाई पर लगाया तथा चौथी बार परीक्षा की तैयारी के लिए जुट गए।

चौथे प्रयास में इंटरव्यू में हुए असफल

अपने चौथे प्रयास में शुभम ने कड़ी मेहनत कि जिसका फल यह रहा कि वे प्रीलिम्स के साथ मेंस परीक्षा में भी पास हो गए परंतु इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन न करने के कारण वह सफल हो गए। अपनी मंजिल को इतने पास से देखने के बाद शुभम का हौसला टूटने की वजह अधिक बढ़ गया तथा वह और अधिक फ़ोकस के साथ अपने पांचवें प्रयास के लिए जुट गए।

परीक्षा के दिन हुआ एक्सीडेंट, फिर भी निकाला एग्जाम

शुभम ने बताया कि जब भी अपना पांचवा अटेम्प्ट दे रहे थे तब “सामान्य अध्ययन” के पेपर वाले दिन उनका बाइक से एक्सीडेंट हो गया था परंतु उन्होंने चोट लगने के बावजूद पेपर देने का निश्चय किया। अपने सिर पर लगी चोट पर पट्टी बांधकर वह पेपर देने गए पेपर काफी अच्छा गया तथा साल 2020 में कई बार की असफलता के बाद होने के बाद उन्होंने इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन कर 153वी रैंक हासिल कर आईपीएस अधिकारी बन गए, आज शुभम अपना टेलीग्राम चैनल चलाकर युवाओं को  यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने में मदद कर रहे हैं।

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