EVS Pedagogy (topic wise*) Activities (क्रियाकलाप) For CTET & All TET Exam

EVS Pedagogy Notes In Hindi

आज की इस  पोस्ट में हम आपके लिए पर्यावरण पेडगॉजी  के अंतर्गतक्रियाकलाप (EVS Pedagogy (topic wise*) Activities) के संबंध में संपूर्ण जानकारी लेकर आए हैं।  इस  पोस्ट में EVS Pedagogy के अंतर्गत हम जानेंगे क्रियाकलाप कराने में ध्यान रखने योग्य बातें,पर्यावरण अध्ययन में प्रयोग किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण क्रियाकलापों के उदाहरण,क्रियाकलापों के लाभ,कक्षा में गतिविधि\ क्रियाकलाप का आयोजन एवं संगठन,समूह में की जाने वाली गतिविधि का महत्व,क्रियाकलाप के उद्देश्य, इन सभी विषयों को विस्तार पूर्वक इस आर्टिकल में आपको जानकारी प्राप्त होगी है कि यह पोस्ट(evs pedagogy notes activities in hindi) आपके लिए उपयोगी होगी । 

                                     Topic-7

क्रियाकलाप (activities )

पर्यावरण विषय को केवल पुस्तकों से पढ़कर नहीं सीखा जा सकता विषय के पूर्ण ज्ञान के लिए यह आवश्यक है कि छात्र स्वयं प्रयोग करें एवं क्रियाकलापों में भाग ले ।
क्रियाकलाप  कराने में ध्यान रखने योग्य बातें-

  • विभिन्न क्रियाकलापों की विषय वस्तु पर्यावरण अध्ययन के पाठ्यचर्या पर आधारित है।
  • क्रियाकलाप बच्चों  के बौद्धिक स्तर को ध्यान में रखकर कराने चाहिए।
  • प्रत्येक शिक्षार्थी की जरूरत एवं अनुकूल बनाने के लिए इन गतिविधियों में पर्याप्त लचीलापन का होना आवश्यक है।
  • क्रियाकलाप बाल केंद्रित तथा सार्थक होना चाहिए।
  • यह बच्चों की जिज्ञासा तथा खोजपूर्ण सोच को संतुष्ट करने वाले होने चाहिए।
  • क्रियाकलाप ऐसे होने चाहिए जो महंगी सामग्री या उपकरणों आदि के बिना ही किए जा सके।
  • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सार्थक बनाने के लिए सभी क्रियाकलापों का गतिविधियों के प्रबंधन तथा संचालन में अधिक से अधिक बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
  • क्रियाकलाप के दौरान सभी बच्चों को प्रोत्साहित करें, जो अच्छा कर रहे हो उन्हें भी और उन सभी को भी जो अच्छा नहीं कर पा रहे हो।
  • क्रियाकलापों में तरह-तरह के रोचक तरीके जैसे कि खेल, कहानियां,  कविताएं, प्रयोग, प्रोजेक्ट, सेमिनार, विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे कि  वाद विवाद, कला, खोज एवं निबंध, क्षेत्रीय परीक्षण आदि को प्रयोग में लाया जाता है।
पर्यावरण अध्ययन में प्रयोग किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण क्रियाकलापों के उदाहरण इस प्रकार हैं।
(1)  प्रकृति संरक्षण कार्य

 प्रकृति ने जो संसाधन हमें प्रदान किए हैं।  जल, वन, सौर ऊर्जा, खनिज, जीव जंतु इत्यादि। अनियमित एवं अनियंत्रित रूप से संसाधनों का उपयोग भविष्य के लिए चिंता का विषय है।  इनकी जागरूकता के लिए क्रियाकलाप कराने अवश्य कराना चाहिए।

उदाहरण-  वृक्षारोपण, जल संरक्षण

(2)  सेमिनार

कैमरा में किसी विषय पर बच्चों को अपने अपने विचारों को व्यक्त करने को कहा जा सकता है। उन्हें विषय पर पत्र प्रस्तुत करने को भी बोला जा सकता है।

(3)  स्कूल बागवानी

इस क्रिया कलाप में बच्चों से विभिन्न प्रकार के फूलों, फल सब्जियों तथा अन्य पेड़ पौधों को लगवाया जा सकता है।  इस क्रिया से बच्चों को विभिन्न प्रकार के पौधों, जलवायु, मिट्टी, मौसम, पौधों की संरचना, उनकी क्रियाकलाप आदि की जानकारी मिलती है।

(4) बेकार वस्तुओं का प्रयोग करना

 यह क्रिया कलाप बच्चों की रचनात्मक तथा सृजनात्मक अभिव्यक्ति यों को बढ़ावा देता है। इस प्रयोग के द्वारा बच्चे समूह में काम करना सीखते हैं।

(5) पर्यावरणीय प्रतियोगिताएं

प्रतियोगिताओं के माध्यम से पर्यावरण से जुड़ी हुई विभिन्न जानकारियों व समस्याओं तथा उनके  निवारण का विस्तृत ज्ञान मनोरंजनआत्मक रूप से दिया जा सकता है।

उदाहरण-  चित्रकला, सामान्य ज्ञान, वाद विवाद, निबंध, कविताएं, पोस्टर नाटक इत्यादि।

(6) प्रदर्शनीया 

 दुनिया में पर्यावरण संबंधी विभिन्न प्रकार की समस्याओं एवं उनके समाधानओं से संबंधित विभिन्न प्रकार के चित्र, नमूनों एवं मॉडल ओं को बनवाया जा सकता है। तथा बच्चों को इसके द्वारा जागरूक बनाया जा सकता है।

उदाहरण-  वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण।

पर्यावरण पेडागोजी के अन्य महत्वपूर्ण टॉपिक की लिंक नीचे दी गई है लिंक पर क्लिक करके आप उन टॉपिक को पढ़ सकते हैं.

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EVS Pedagogy Notes (*Topic Wise*) Notes

Topic-1 – पर्यावरण अध्ययन की अवधारणा एवं क्षेत्र (Concept and scopes of Evs) : click here

Topic-2 –  पर्यावरण अध्ययन का महत्व एवं एकीकृत पर्यावरण अध्ययन(Significance of Evs ,Integrated Evs):  click here

Topic- 3 –  पर्यावरण अध्ययन(Environmental studies),पर्यावरण शिक्षा: click here

Topic- 4 –  अधिगम के सिद्धांत (Learning principles): click here

Topic- 5 – अवधारणा प्रस्तुतीकरण के उपागम (Approaches of Presenting Concepts): click here

Topic- 6 – पर्यावरण अध्ययन की शिक्षण अधिगम की विधियां(environment teaching method in hindi) : Click here

क्रियाकलापों के लाभ

  • क्रियाकलापों से शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया उत्प्रेरित होती है।
  • बच्चों में रचनात्मकता छानबीन करने में दिलचस्पी, विचारों को रखना आदि गुणों का विकास होता है।
  • बच्चों में बहुमुखी सोच का भी विकास होता है।
  • बच्चे समूह में काम करना सीखते हैं, दूसरों के विचारों को समझना, सम्मान देना आदि सीखते हैं।
  • क्रियाकलाप कक्षा में दबाव तथा प्रतिस्पर्धा रहित वातावरण का निर्माण करते हैं।
  • बच्चों में आत्मविश्वास तथा सकारात्मक सोच के कौशलों का विकास होता है।
कक्षा में गतिविधि\ क्रियाकलाप का आयोजन एवं संगठन

1.  शिक्षक होने के नाते आपको यह जानना होगा, कि कौन सी गतिविधि चुनी जाए, उसको किस प्रकार कराया जाए और कक्षा का किस प्रकार संगठन किया जाए ताकि सभी बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित हो सके।

2.  किसी क्रिया कलाप का आयोजन करने से पहले यह समझना आवश्यक है, की पाठ के उद्देश्य क्या है? इसमें कौन से तत्वों का ज्ञान होगा, संकल्पना और सिद्धांतों की समझ बनेगी।  उनसे प्राप्त होने वाले कौशल, अपेक्षित मूल्य एवं अभिवृत्ति या क्या होनी चाहिए।

3. गतिविधियों के संगठन एवं संगठन एवं प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं को लिखना होगा।

  • विद्यार्थियों को दिए जाने वाले निर्देशों की पहले से ही सूची बनाना।
  • क्रियाकलाप के लिए आवश्यक सामग्री की विस्तृत एवं पूर्ण सूची बनाना।
  • कक्षा का संगठन इस ढंग से करना कि कक्षा में अंतः क्रियात्मक और विचारोत्तेजक अधिगम वातावरण बन जाए।
  • कक्षा में क्रियाकलाप की मांग के अनुरूप समय-समय पर बैठने की व्यवस्था में अपेक्षा अनुरूप परिवर्तन करते रहना।  इसमें आप ज्यादा से ज्यादा बच्चों के साथ संपर्क स्थापित कर पाएंगे।
  • यदि आप बच्चों के साथ मिलकर गतिविधि की योजना बनाएंगे और उनके संगठन में उनको शामिल करेंगे तो उससे उनका उत्साह बढ़ेगा और सहभागिता की भावना आएगी।

4.  क्रियाकलाप कक्षा के भीतर तथा बाहर आयोजित की जा सकती है।    पर्यावरण अध्ययन की शिक्षा के लिए आपको अधिकतर गतिविधि को कक्षा के बाहर आयोजित करना चाहिए।

5.  कुछ क्रियाकलापों में पूरी कक्षा एक साथ भाग ले सकती,  जबकि कुछ क्रियाकलापों को समूह में आयोजित कराना होगा।

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समूह में की जाने वाली गतिविधि का महत्व-
  • समूह गतिविधि शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को अत्यधिक प्रभावी बनाते हैं, क्योंकि बच्चे इसमें सक्रिय भागीदार होते हैं,  एवं प्रायः अपने हाथों से काम करते हैं तथा स्व अनुभव से सीखते हैं।
  • ऐसा अधिगम स्थाई,  रोचक और लाभप्रद सिद्ध होता है।
  • समूह के सदस्यों के बीच पर्याप्त अंतः क्रिया होती है।  बच्चों में मिलजुल कर कार्य करने की आदत का विकास होता है।
  • यह स्व अधिगम को भी बढ़ावा देती है।
  • समूह क्रियाकलाप द्वारा बच्चे अपने कार्यों के लिए अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करना सीखते हैं।
  • बच्चों को अपनी क्षमता से अधिक ज्ञान के निर्माण में सहायता मिलती है।
समूह क्रियाकलाप में ध्यान रखने योग्य बातें –
  • किसी समूह में 5 या 6 से अधिक बच्चे ना हो।
  • समूह में प्रत्येक सदस्य को कोई विशिष्ट भूमिका दे।  जैसे कि एक बच्चा प्रयोग करें, दूसरा आंकड़ों और तथ्यों का अभिलेख तैयार करें तथा तीसरा परिणाम प्रस्तुत करें।
  • किसी क्रियाकलाप को सुचारू रूप से चलाने के लिए समूह का एक नेता होना चाहिए और सभी सदस्यों को उसके नेतृत्व में कार्य करना चाहिए।
  • समूह के विभिन्न सदस्यों की भूमिकाओं में परस्पर परिवर्तन करते रहे ताकि प्रत्येक बच्चे को विभिन्न भूमिकाएं और उत्तरदायित्व निभाने का अवसर प्राप्त हो जाए।
  • निश्चित समूह ना बनाएं।  समूह के सदस्यों को बदलते रहे ताकि बच्चों में होने वाली अंतः क्रियाओं में वृद्धि हो और पारस्परिक सहयोग की भावना बढ़ें।
  • प्रत्येक समूह को अलग-अलग कार्य दें और विभिन्न समूह अपने अपने अनुभवों का आदान प्रदान करते रहे।
  • बच्चों को विभिन्न माध्यमों में अभिव्यक्ति के लिए प्रोत्साहित करें।
  • क्रियाकलाप समूह के प्रत्येक सदस्य को रुचिकर लगे, लड़कों और लड़कियों को समान रूप से रुचिकर लगे।
  • प्रत्येक क्रियाकलाप की समाप्ति पर कक्षा में चर्चा करें ताकि शंकाओं का निवारण हो सके और प्रेक्षण तथा संकलित आंकड़ों के आधार पर निष्कर्ष निकाले जा सके।
  • बच्चों के कार्य को कक्षा में प्रदर्शित करें।
क्रियाकलाप के उद्देश्य-
  • किसी अवधारणा\ प्रक्रिया का अभ्यास करना।
  • किसी अवधारणा का मूर्त रूप में प्रस्तुतीकरण करना।
  • नई प्रक्रियाएं, नरवा तरीके विकसित करने के योग्य बनाने के अवसर प्रदान करना।
  • इसी क्षमता के विकास के लिए अभ्यास।
  • संघर्ष की शुरुआत करवाना।

दोस्त में हमने जाना EVS Pedagogy Notes (topic wise*) के अंतर्गत क्रियाकलाप के विषय में संपूर्ण जानकारी  यदि आप अन्य किसी विषय पर पोस्ट प्राप्त करना चाहते हैं।  तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं।  ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे वेबसाइट को बुकमार्क अवश्य करें ताकि आपको आने वाली सभी महत्वपूर्ण जानकारियों का पता लग सके  आगामी परीक्षा के लिए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!!

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